gonda

Loading

लखनऊ. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हाथरस (Hathras) की हैवानियत के मामले में हाशिये पर खड़ी योगी सरकार (Yogi Adityanath) की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. हाथरस (Hathras) में युवती के साथ हैवानियत का मामला अभी सुर्खियों में था ही कि गोंडा ज़िले में तीन दलित नाबालिग बहनों के ऊपर तेज़ाब फेंकने का मामला सामने आया है. 

सोमवार की रात गोंडा जिले में एक दलित परिवार की तीन सगी नाबालिग बहनों पर सोते समय तेजाब डाल दिया गया. सूबे में उपचुनाव अभी होने हैं और विधानसभा का आम चुनाव भी सिर पर है, ऐसे में क़ानून व्यवस्था के मुद्दे पर ही सत्ता संभालने वाली भाजपा की योगी सरकार अब खुद इसी मुद्दे पर घिरी हुई है. और ऐसे किसी मौके की ताक में बैठा विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है. गोंडा और ललितपुर में हुए दलित हमले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार में सामंती सोच हावी है, दलितों का दमन जारी है.

एसिड अटैक के बाद बच्चियों की चीख सुन पिता पहुंचे, फिलहाल एसिड फेंके जाने का कारण नहीं पता चल सका है

   उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में हैवानियत की इंतेहा तब हो गई जब सोमवार की रात सोते समय तीन दलित नाबालिग बेटियों पर तेजाब फेंक दिया गया. इस तेज़ाब के हमले से तीनों बहनें बुरी तरह झुलस गई. फिलहाल एसिड फेंके जाने का कारण नही पता चल सका है. एसिड अटैक के बाद लड़कियों की चीख सुन कर पिता मौके पर पहुंचे तब उन्हें इस बात की जानकारी हुई. इसके बाद परिवारीजन तीनों बहनों को लेकर गोंडा जिला अस्पताल पहुंचे जहां उनकी हालत फिलहाल नाजुक बताई जा रही है. गोंडा जिले में यह मामला परसपुर क्षेत्र के पसका गांव का है. जहां रामऔतार की तीन बेटियों पर सोते समय तेजाब फेंका गया. एसिड अटैक में गंभीर रूप से घायल तीनों बाँहों को गम्भीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और साथ ही पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.

पीड़ित बच्चियों के पिता के अनुसार जब तेजाब पड़ा तो बेटी चिल्लाई जिसकी आवाज सुनकर मैंने दरवाजा खोला और बेटी को गोद में उठा लिया. फिलहाल पीड़ित पिता का कहना है कि उन्हें किसी पर शक नहीं है और न ही आज तक गांव में किसी से उनकी किसी प्रकार की रंजिश रही है. बताते चलें कि लड़कियों के पिता राम अवतार गांव में एक पेड़ के नीचे कपड़े प्रेस कर गुज़र-बसर करते हैं.  

तीनों नाबालिग बेटियों में बड़ी सबसे ज्यादा 35 फीसदी तक झुलसी

 मिली जानकारी के अनुसार रामऔतार की तीनों बेटियाँ जिनकी उम्र क्रमशः 17 वर्ष, 12 वर्ष तथा 8 वर्ष थी छत की दूसरी मंजिल पर सो रही थीं. इसी दौरान तीनों बहनों पर रात ढाई बजे तेजाब फेंका गया. हमले में बड़ी बहन के सबसे ज्यादा करीब 35 फीसदी तक झुलस गयी है. जिला अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार इस एसिड अटैक में बड़ी बेटी 35 फीसदी, दूसरी बेटी 25 फीसदी और तीसरी बेटी करीब 5 फीसदी तक झुलस गयी है. अब इस बात की भी जांच की जा रही है कि इस एसिड अटैक में किस केमिकल का इस्तेमाल किया गया है.  

पुलिस मौके पर पहुँच शुरू किया जांच, पुलिस की फॉरेन्सिक टीम और डॉग स्क्वाड भी मौके पर छानबीन में जुटा

 फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंच आस-पड़ोस के लोगों के बयान दर्ज की है और पुलिस की फॉरेन्सिक टीम और डॉग स्क्वाड भी मौके पर छानबीन कर रहा है. पुलिस कप्तान गोंडा के अनुसार घर वालों ने तेज़ाब फेंकने के लिए किसी पर शक ज़ाहिर नहीं किया है. इसलिए अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है लेकिन शक है कि इसमें किसी जानने वाले का हाथ हो सकता है.

घटनाओं को लेकर कांग्रेस का योगी सरकार पर हमला, कहा योगी सरकार में सामंती सोच हावी, दलितों का दमन जारी

 प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट कर गोंडा में तीन दलित नाबालिग बहनों के ऊपर हुए एसिड अटैक, ललितपुर में दलित बाप – बेटे को बर्बरता से पीटे जाने और पेशाब पिलाये जाने को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के अनुसार जब सरकार ही अपना चेहरा बचाने के लिए अपराधियों को बचाने का जोर लगा दे तो अपराधी को डर कहां? योगी सरकार में सामंती सोच हावी है, दलितों का दमन जारी है.

राजेश मिश्र