कानपुर: जिले के चौबेपुर में मोस्टवांटेड अपराधी विकास दुबे के साथ हुई मुठभेड़ में पुलिस अधिकारियों की शहादत को लेकर प्रशासन ने कड़ा कदम उठाना शुरू कर दिया है. शनिवार को प्रशासन ने दुबे का घर गिरा दिया है. इसी के साथ उनके पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है और सभी बैंक खातों को सीज कर दिया गया है.
कानपुर प्रशासन ने सुबह होते ही घर को तोड़ना शुरू कर दिया था, शाम तक पुरे किला नुमा घर को ध्वस्त कर दिया. इसी के साथ जेसीबी मशीन से लग्जरी गाड़ियों को भी कुचलकर नेस्तनाबुत किया गया. इन गाड़ियों में महिंद्रा स्कार्पियो, टोयटा फार्चुनर के साथ दो ट्रैक्टरों को किया गया मलबे में तब्दील.
एसएचओ विनय तिवारी को किया गया सस्पेंड
पुलिस रेड की जानकारी देने के आरोप को लेकर चौबेपुर थाने के एसएचओ विनय तिवारी को कानपुर रेंज के आईजी ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. इसी के साथ यूपी एसटीएफ ने तिवारी से पूछताछ करना शरू कर दिया है. बता दें कि पुलिस विभाग से रेड की जानकरी देने को लेकर जाँच टीम को कई नंबर मिले है, जिसकी जाँच के बाद एसएचओ तिवारी का नाम सामने आया है. सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार टीम कई और पुलिस वालों से भी पूछताछ कर सकती है.
आठ पुलिस वाले हुए थे शहीद
गुरुवार रात को वांटेड विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर घात लगाकर हमला किया गया, जिसमें एक डीएसपी समेत आठ पुलिस वाले शहीद हो गए थे. जिसके बाद पुलिस ने दो घंटे के अंदर दुबे के दो साथियों को मार गिराया. लेकिन घटना के 36 घंटे बीत जाने के बाद भी दुबे पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.