लखनऊ: कोरोना वायरस (Corona Virus) के तीसरी लहर को देखते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Sarlar) ने कावड़ यात्रा (Kanwar yatra) को रद्द कर दिया है। जिसके अनुसार, उत्तर प्रदेश में इस साल भी कावड़ यात्रा का आयोजन नहीं होगा। ज्ञात हो कि, पहले सरकार ने यात्रा को हरी झंडी दी थी। जिसपर स्व संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सरकार के फैसले पर सवाल उठाया था।
सहगल ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की अपील पर कांवड़ संघों ने वार्षिक कांवड़ यात्रा स्थगित करने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को कहा था कि वह कोविड की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ‘कांवड़ संघों’ से बात कर रही है और कांवड़ यात्रा को लेकर सरकार का प्रयास है कि धार्मिक भावनाएं भी आहत न हों और महामारी से बचाव भी हो जाए।
Kanwar Yatra has been cancelled in Uttar Pradesh, in view of COVID19: UP Government pic.twitter.com/X25JpZbdiL
— ANI UP (@ANINewsUP) July 17, 2021
सरकार और संघ के बैठक पश्चात निर्णय
कांवड़ यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सरकार और कांवड़ संघ (Kanwar Sangh) के बीच बैठक हुई। इस बैठक में सरकार की तरफ से अपर मुख्या सचिव अविनाश अवस्थी और डीजीपी मुकुल गोयल ने संघ से बात की। जिसके बाद यात्रा को रद्द करने का निर्णय लिया गया।
अदालत ने सरकार को पुनर्विचार करने का दिया आदेश
उच्चतम न्यायालय ने पिछले दिनों सुनवाई हुई थी। जिसमें सरकार कांवड़ यात्रा पर उत्तर प्रदेश सरकार को दिए निर्णय पर पुनर्विचार करने का आदेश दिया था और19 जुलाई तक सूचित करने के लिए कहा था। वहीं सरकार ने न्यायालय को बताया था कि, राज्य में कांवड़ यात्रा को रोक नहीं है, बस सांकेतिक तौर पर आयोजित की जा रही है।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार श्रावण के महीने की शुरुआत के साथ शुरू होने वाली पखवाड़े की यात्रा अगस्त के पहले सप्ताह तक चलती है और उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली सहित पड़ोसी राज्यों से हरिद्वार में कांवड़ियों का एक बड़ा जमावड़ा होता है। पिछले साल कांवड़ संघों ने सरकार के साथ बातचीत के बाद खुद ही यात्रा स्थगित कर दी थी।