भोपाल/लखनऊ. उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पुलिस ने बृहस्पतिवार सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया है। उधर, दुबे के दो साथियों को पुलिस ने अलग-अलग मुठभेड़ में मार गिराया। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘दुबे उज्जैन में राज्य पुलिस की हिरासत में है।” दुबे पर पांच लाख रूपये का इनाम था।
Vikas Dubey was going to Ujjain Mahakal temple when he was identified by security personnel. Police were informed, he confessed his identity after being pushed for it. He has been apprehended by police & interrogation is underway: Ashish Singh, Ujjain Collector #MadhyaPradesh https://t.co/tBNHn3pwuw
— ANI (@ANI) July 9, 2020
मिश्रा ने यह नहीं बताया कि उसे उज्जैन के महाकाल मंदिर के भीतर से गिरफ्तार किया गया है या फिर बाहर से। पुजारी एवं कुछ लोगों ने उसका चेहरा पहचाना और उसके बाद पुलिस को सूचना दी या पुलिस ने सीधे उसे गिरफ्तार किया के सवाल पर मिश्रा ने कहा, ”इंटेलीजेंस की बात भी बताएंगे। पहले हमें इसके मर्म तक आने दो। बाकी चीजें बाद में बताएंगे, पहले पता करने दो।” उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से वह प्रारंभ से ही क्रूरता की हदें पार करता रहा है और उसने जो कृत्य किया वह बहुत निंदनीय था, बहुत चिंतनीय था। मध्य प्रदेश पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है।
It is a big success for the police, Vikas Dubey is a cruel killer. Whole Madhya Pradesh police were on alert. He has been arrested from Ujjain Mahakal temple. We have informed Uttar Pradesh Police: Narottam Mishra, Madhya Pradesh Minister https://t.co/CbqfRCyF6N pic.twitter.com/UMFYj9aFtG
— ANI (@ANI) July 9, 2020
इस बीच, पुलिस ने बताया कि दुबे के दो सहयोगियों को दो अलग-अलग मुठभेड़ में मार गिराया गया। दुबे का साथी कार्तिकेय उर्फ प्रभात कानपुर में तब मारा गया जब उसने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की जबकि दूसरा साथी बाबा दुबे इटावा में मुठभेड़ में मारा गया। कार्तिकेय को बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। उसकी पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश करते समय गोली लगने से मौत हो गई। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी । उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि कार्तिकेय ऊर्फ प्रभात ने ट्रांजिट रिमांड पर फरीदाबाद से कानपुर लाये जाने के दौरान पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की ।
उन्होंने बताया कि कार्तिकेय ने पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन कर एसटीएफ कर्मियों पर गोली चला दी, जिसमें दो कर्मी घायल हो गए। कुमार ने बताया, ‘‘मुठभेड़ कानपुर के पनकी इलाके में हुई। पुलिस कार्तिकेय को ट्रांजिट रिमांड पर फरीदाबाद से कानुपर ला रही थी। पुलिस वाहन का टायर पंक्चर हो गया था और स्थिति का फायदा उठाते हुए कार्तिकेय ने भागने की कोशिश की। इस दौरान उसने एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन ली।” कुमार ने बताया कि उसने पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाई और पुलिस की जवाबी कार्रवाई में कार्तिकेय घायल हो गया था और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। कानपुर के बिकरु कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का एक और करीबी साथी एवं इनामी बदमाश प्रवीण उर्फ बाबा दुबे बृहस्पतिवार को इटावा में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस अधिकारी ने इसकी जानकारी दी । इटावा के पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि पुलिस ने प्रवीण को तड़के करीब साढ़े चार बजे एक स्थान पर घेर लिया था और फिर दोनों ओर से हुई गोलीबारी में वह मारा गया।
Police van broke down while Prabhat Mishra was being brought to Kanpur. He took advantage of the situation,snatched pistol from policeman,fired at our men&tried to escape.Our personnel retaliated, during which Prabhat got killed.Several policemen injured in incident:ADG Kanpur https://t.co/d05i9tQggk pic.twitter.com/TfRoe4yMab
— ANI UP (@ANINewsUP) July 9, 2020
उन्होंने बताया कि वह बिकरु कांड मामले में वांछित था और उस पर 50,000 रुपये का इनाम भी घोषित था। तोमर ने बताया कि प्रवीण के पास से एक राइफल और पिस्तौल भी बरामद की गई है। बीते बृहस्पतिवार की देर रात कानपुर के चौबेपुर इलाके के बिकरू गांव में विकास दुबे को गिरफ्तार करने गए पुलिस दल पर दुबे और उसके साथियों ने गोलियां बरसाई थीं जिसमें एक पुलिस उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे। उस घटना के बाद से पुलिस मुठभेड़ में पांच लोग मारे गए हैं। बुधवार को उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में अमर दुबे को पुलिस ने मार गिराया था जबकि तीन जुलाई को कानपुर में एक मुठभेड़ में पुलिस ने प्रेम प्रकाश पांडे और अतुल दुबे को मार गिराया था।