प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया जल जीवन योजना का किया शिलान्यास, 42 लाख लोगों को होगा फायदा

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने  विंध्य क्षेत्र के निवासियों के लिए आज बड़ी सौगात दी. प्रधानमंत्री ने रविवार को  वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने सबसे महत्वपूर्ण अभियान जल जीवन योजना ग्रामीण (Nal jal Yojana Rural) का शिलान्यास किया. इस योजना के तहत मिर्जापुर (Mirjapur) और सोनभद्र (Sonbhadra) जिले के 3000 गांव को नल के माध्यम से पानी पहुंचाया जाएगा. इस योजना से 42 लाख लोगों को फायदा होगा.

70 साल में विंध्य क्षेत्र के केवल 398 गांवों में पेयजल आपूर्ति

इसके पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “70 साल में विंध्य क्षेत्र के केवल 398 गांवों में पेयजल आपूर्ति परियोजनाओं को विनियमित किया जा सका. आज हम इस क्षेत्र के 3000 से अधिक गांवों में इस तरह की परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए हैं.”

पानी  लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा

प्रधानमंत्री ने आयोजित कार्यक्रम को संबोधित भी किया. जिसमें उन्होंने कहा, “इस योजन के वजह से इन क्षेत्रों की माताओं और बहनों को बहुत मदद मिलेगी. उन्हें पानी  लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा.”

पढ़िए प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की बड़ी बाते:

  • जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पाइप से पानी पहुंचने की वजह से हमारी माताओं-बहनों का जीवन आसान हो रहा है. इसका एक बड़ा लाभ गरीब परिवारों के स्वास्थ्य को भी हुआ है. इससे गंदे पानी से होने वाली अनेक बीमारियों में भी कमी आ रही है.
  • हर घर जल पहुंचाने के अभियान को अब डेढ़ साल हो रहे हैं। इस दौरान देश में 2 करोड़ 60 लाख से ज्यादा परिवारों को उनके घरों में नल से शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने का इंतजाम किया गया है। इस में लाखों परिवार उत्तर प्रदेश के भी हैं.
  • आने वाले समय में जब यहां के 3 हज़ार गांवों तक पाइप से पानी पहुंचेगा तो 40 लाख से भी ज़्यादा साथियों का जीवन बदल जाएगा। इससे यूपी के, देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को भी ताकत मिलेगी
  • जीवन की बड़ी समस्या जब हल होने लगती है तो अलग ही विश्वास झलकने लगता है. ये विश्वास, उत्साह आप में मैं देख पा रहा। पानी के प्रति आप में संवेदनशीलता कितनी है, ये भी दिख रहा है। सरकार आपकी समस्याओं को समझकर उनका समाधान कर रही है.
  • विंध्याचल हो या बुंदेलखंड पूरा क्षेत्र संसाधनों के बाद भी कई सालों तक अभाव का क्षेत्र बना रहा. इतनी नदियां होने के बाद भी इसकी पहचान सबसे अधिक सूखा प्रभावित क्षेत्रों में रही। इस वजह से बहुत से लोग यहां से पलायन कर गए। इन समस्याओं को दूर करने के लिए हमने निरंतर काम किया.
  • पढ़ाई के साथ साथ कमाई की संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं। वन उपजों की ज्यादा कीमत आदिवासी साथियों को मिले इसके लिए 1,250 वन धन केंद्र पूरे देश में खोले जा चुके हैं। इनके माध्यम से सैकड़ों करोड़ रुपये का कारोबार भी किया जा चुका है।
  • आदिवासी अंचलों में मूल सुविधाएं तो आज पहुंच ही रही हैं, बल्कि इन क्षेत्रों के लिए विशेष योजनाओं के तहत भी कार्य किया जा रहा है। जनजातीय युवाओं की शिक्षा के लिए देश मे सैकड़ों नए एकलव्य मॉडल स्कूल स्वीकृत किये गए हैं।
  • आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत वन उपज आधारित उद्योग आदिवासी क्षेत्रों में लगें, उसके लिए भी जरूरी सुविधाएं तैयार की जा रही हैं। आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए पैसों की कमी न हो, इसके लिए डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड बनाया गया है।
  • वहीं दूसरी तरफ बंजर जमीन पर किसान सौर ऊर्जा से बिजली पैदा करके अतिरिक्त कमाई कर सके, इसके लिए भी मदद की जा रही है। हमारा अन्नदाता ऊर्जादाता बने, हमारा यही प्रयास है।
  • सिंचाई से जुड़ी सुविधाओं के अभाव में विंध्याचल जैसे देश के अनेक क्षेत्र विकास की दौड़ में पीछे रह गए। लेकिन इस क्षेत्र में बरसों से लटकी सिंचाई परियोजनाओं को पूरा किया जा रहा है।
  • आज सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास ये मंत्र देश के हर हिस्से में देश के हर नागरिक के विश्वास का मंत्र बन गया है। आज देश के हर जन, हर क्षेत्र को लग रहा है कि उस तक सरकार पहुंच रही है और वो भी देश के विकास में भागीदार है।
  • सिंचाई से जुड़ी सुविधाओं के अभाव में विंध्याचल जैसे देश के अनेक क्षेत्र विकास की दौड़ में पीछे रह गए। लेकिन इस क्षेत्र में बरसों से लटकी सिंचाई परियोजनाओं को पूरा किया जा रहा है।
  • हम विंध्य क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना हो, या सड़कों का निर्माण, सभी पर तेजी से काम चल रहा है।
  • यूपी में तो योगी जी की सरकार के प्रयासों से जिस प्रकार इंसेफेलाइटिस के मामलों में कमी आई है। उसकी चर्चा तो दूर दूर तक विशेषज्ञ कर रहे हैं।
  • देश के बाकी गांवों की तरह इस क्षेत्र में भी बिजली की बहुत बड़ी समस्या थी। आज ये क्षेत्र सौर ऊर्जा के क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी बनता जा रहा है। भारत का अहम केंद्र है। मिर्जापुर का सौर ऊर्जा प्लांट यहां विकास का नया अध्याय लिख रहा है।
  • जब अपने गांव के विकास के लिए, खुद फैसले लेने की स्वतंत्रता मिलती है, उन फैसलों पर काम होता है, तो उससे गांव के हर व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है। आत्मनिर्भर गांव, आत्मनिर्भर भारत के अभियान को बल मिलता है।
  • सरकार एक साथी की तरह, एक सहायक की तरह आपके साथ है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के जो पक्के बन रहे हैं, उसमें भी ये ही सोच प्रदर्शित हो रही है। किस क्षेत्र में कैसा घर होगा, पहले की तरह अब ये दिल्ली में तय नहीं होती।
  • यूपी में जिस प्रकार कोरोना का सामना किया जा रहा। बाहर से लौटे लोगों का खयाल रखा रहा है, ये कोई छोटी बात नहीं है। 
  • इस योजना का लाभ इंसानो के साथ साथ पशुधन को भी हो रहा है। पशुओं को साफ पानी मिलता है, तो वो भी स्वस्थ रहते हैं। पशु स्वस्थ रहें और किसान को, पशुपालक को परेशानी न हो, इस उद्देश्य को लेकर भी हम आगे बढ़ रहे हैं।
  • आज जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक योजनाएं लागू हो रही हैं, उससे उत्तर प्रदेश की, यहां की सरकार की और यहां के सरकारी कर्मचारियों की छवि पूरी तरह बदल रही है।
  • जब विंध्यांचल के हजारों गांवों में पाइप से पानी पहुंचेगा, तो इससे भी इस क्षेत्र के मासूम बच्चों का स्वास्थ्य सुधरेगा, उनका शारीरिक और मानसिक विकास और बेहतर होगा।
  • जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पाइप से पानी पहुंचने की वजह से हमारी माताओं-बहनों का जीवन आसान हो रहा है। इसका एक बड़ा लाभ गरीब परिवारों के स्वास्थ्य को भी हुआ है। इससे गंदे पानी से होने वाली हैजा, टायफायड, इंसेफलाइटिस जैसी अनेक बीमारियों में भी कमी आ रही है।
  • हर घर जल पहुंचाने के अभियान को अब डेढ़ साल हो रहे हैं। इस दौरान देश में 2 करोड़ 60 लाख से ज्यादा परिवारों को उनके घरों में नल से शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने का इंतजाम किया गया है। इसमें लाखों परिवार उत्तर प्रदेश के भी हैं।
  • रहीम दास जी ने भी कहा है- ‘जा पर विपदा परत है, सो आवत यही देश।’ रहीम दास जी के इस विश्वास का कारण इस क्षेत्र के अपार साधन और यहां मौजूद अपार संभावनाएं थी।
  • विंध्य पर्वत का ये पूरा विस्तार, पुरातन काल से ही विश्वास का, पवित्रता का, आस्था का एक बहुत बड़ा केंद्र रहा है।
  • जीवन की बड़ी समस्या जब हल होने लगती है तो अलग ही विश्वास झलकने लगता है। ये विश्वास, उत्साह आपमें मैं देख पा रहा था। पानी के प्रति आपमें संवेदनशीलता कितनी है, ये भी दिख रहा है। सरकार आपकी समस्याओं को समझकर उनका समाधान कर रही है।
  • आप लोगों के उत्साह से लगता है कि योजना समय से पहले पूरी हो जाएगी। मां विंध्यवासिनी की हमारे ऊपर बड़ी कृपा है। आज एक बड़ी योजना की शुरुआत हो रही है। लाखों परिवार को इस योजना से नल के जरिए शुद्ध पेयजल मिलेगा.