लखनऊ. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नोएडा में प्रसव के लिए अस्पताल की तलाश के दौरान एक महिला की मौत को ‘अति दुखद’ और ‘चेतावनी’ करार देते हुए रविवार को सरकार की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। प्रियंका ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘नोएडा में एक गर्भवती महिला के साथ हुआ जानलेवा हादसा एक चेतावनी है। उत्तर प्रदेश में कई जगहों से इस तरह की खबरें आई हैं। सरकार को इसके लिए पूरी तैयारी करनी चाहिए ताकि किसी की जान न जाए।” उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस महामारी के दौरान सरकार को गैर कोविड बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को बहुत गंभीरता से लेना होगा। इस संदर्भ में किसी भी चूक के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।”
कोरोना महामारी के दौरान सरकार को नॉन कोविड बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को बहुत गंभीरता से लेना होगा। इस संदर्भ में किसी भी चूक के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
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— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 7, 2020
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इसके पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नोएडा में प्रसव के लिए अस्पताल की तलाश के दौरान एक महिला की मौत को ‘अति दुखद’ करार देते हुए रविवार को सरकार की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। अखिलेश ने ट्वीट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश में प्रसव के लिए अस्पताल खोजते-खोजते एक गर्भवती महिला की मृत्यु अति दुखद है। सरकार यह बताए कि अगर वह कोरोना वायरस के इलाज के लिए एक लाख बेड के इंतज़ाम का दावा करती है तो आने वाली पीढ़ियों के लिए कुछ बेड आरक्षित क्यों नहीं रखे।” उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मामले से जुड़ी ‘पीटीआई-भाषा’ की खबर को टैग करते हुए कहा, ‘‘भाजपा सरकार यह भी बताए कि उसने अब तक कितने अस्पताल बनवाए हैं।” गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा में शुक्रवार को नीलम नामक एक गर्भवती महिला की प्रसव के लिए अस्पताल ढूंढने के दौरान मौत हो गई थी। नीलम के पति विजेंदर सिंह के मुताबिक उन्होंने कुछ सरकारी अस्पतालों समेत आठ चिकित्सालयों के दरवाजे खटखटाए लेकिन सभी ने उनकी पत्नी को प्रसव के लिए भर्ती करने से इनकार कर दिया। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं।