लाशें (Photo Credits-ANI Twitter)
लाशें (Photo Credits-ANI Twitter)

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    नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव जिले (Unnao District) के ग्रामीणों इलाकों में कोरोना (Corona Updates) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसका सीधा असर गंगा किनारे (Ganga River) के घाटों पर नजर आ रहा है।  रिपोर्ट के अनुसार गंगा किनारे बड़ी तादात में शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। खबरें यह भी हैं कि पैसों की कमी के कारण लोग अंतिम संस्कार की बजाय शवों को जलाने की बजाय उसे दफना दे रहे हैं।  

    वहीं राज्य के कई जिलों में नदियों में लाशों को बहाए जाने के मामले सामने आए हैं।  उन्नाव से जो तस्वीरें सामने आयी हैं वह खौफनाक हैं। गंगा नदी के किनारे रेत में कई शव दफन हो चुके हैं।  इस घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन जब मौके पर पहुंचा तो उसके होश उड़ गए।  रेत में कई शव दफन किये हुए दिखाई दिए हैं।  

    वहीं उन्नाव के ग्रामीण इलाकों में लगातार संदिग्ध हालात में लोगों की जान जा रही है। मृतकों में से अधिकतर लोगों को पहले खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्कत हुई और फिर उसकी जान चली गई है। जिले के रौतापूर घाट पर एक ही महीने के अंदर 300 शवों का अंतिम संस्कार किया गया है।

    गौरतलब है कि यूपी के बलिया में मंगलवार रात गंगा नदी के तटवर्ती इलाकों से सात लाशें बरामद हुई हैं। जिसके बाद नदी से अब तक निकाले गए शवों की संख्या 52 पहुंच गई है। नदियों में मिली लाशों की घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद संज्ञान ले लिया है। उन्होंने कहा है कि अंतिम संस्कार की प्रक्रिया धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप सम्मान के साथ कर दिया जाए।