महामारी के दौरान भी बढ़ी यूपी की अर्थव्यवस्था, कई क्षेत्रों में तरक्की

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    राजेश मिश्र

    लखनऊ: कोरोना महामारी के बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) बढ़ने का अनुमान लगाया है। कृषि, पशुपालन, मछली पालन, खनन, जलापूर्ति, विनिर्माण, ट्रांसपोर्ट और सेवा क्षेत्र में आयी तेजी के चलते जीएसडीपी (GSDP) में 2.1 फीसदी बढ़त का आंकलन किया गया है। राज्य नियोजन संस्थान के अर्थ एवं सांख्य प्रभाग के एक अध्ययन के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2020-21 के तीसरी तिमाही (Third Quarter) में प्रदेश की आर्थिक प्रगति बेहतर रही थी। इसके आधार पर प्रदेश के जीएसडीपी वृद्धि होने का अनुमान लगाया गया है। यह अनुमान वर्ष 2011-12 के स्थिर भावों पर आधारित है।

    अर्थ एवं सांख्य प्रभाग के विशेषज्ञों के अनुसार, बीते साल कोरोना संकट के दौरान लगाए गए लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियां ठप हो गई थी। लॉकडाउन हटाए जाने के बाद धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियों को शुरु किया गया। उस दौरान प्रदेश सरकार ने निर्यात कारोबार को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की रियायतें देने का ऐलान किया। आईटी तथा लाजिस्टिक सेक्टर में निवेश के लिए उद्योगपतियों को आमंत्रित किया गया। तो छोटे कारोबारियों को कारोबार को शुरू करने के लिए बैंकों से लोन दिलाने की व्यवस्था की गई। पटरी दुकानदरों को भी लोन दिलाने का भी इंतजाम किया गया।

    कई सेक्टर में कामकाज में इजाफा होने का अनुमान

    इसके अलावा ग्रामीणों क्षेत्रों में मछली पालन, मुर्गी पालन, पशुपालन तथा डेयरी कारोबार को बढ़ावा देने संबंधी योजनाओं से युवाओं को जोड़ने का कार्य किया। वित्तीय वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही अक्टूबर 2020 से दिसंबर 2020 में फसलों के मूल्यवर्धन में 72676.21 करोड़ रुपए अनुमानित किया गया, जो कि बीते साल से 0.7 फीसदी अधिक है। इसी प्रकार फिशिंग और एक्वाकल्चर सेक्टर में 72676.21 करोड़ रुपए के मूल्यवर्धन का अनुमान लगाया गया है जो कि बीते साल से 41.7 फीसदी ज्यादा है। इसी तरह से पशुपालन, मछली पालन, खनन, वाटर सप्लाई, मैन्यूफैक्चरिंग, ट्रांसपोर्ट, सर्विस सेक्टर और निर्माण सेक्टर के कामकाज में इजाफा होने का अनुमान विशेषज्ञों ने लगाया है। 

    निर्यात कारोबार लगातार बढ़ा 

    बीते एक साल के दौरान प्रदेश का निर्यात कारोबार लगातार बढ़ा है, वहीं महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु सरीखे राज्यों का निर्यात कारोबार घट गया है, जबकि कोरोना महामारी के बीच उत्तर प्रदेश से चावल, गेहूं, दाल, चीनी, डेयरी उत्पाद तथा अन्य खाद्य पदार्थ और कालीन तथा चमड़े से बने सामान आदि का निर्यात बीते साल के मुकाबले बढ़ गया। उत्तर प्रदेश से शेयर बाजार में भी सबसे अधिक 52.4 लाख लोगों ने निवेश कर रखा है। विशेषज्ञों की मानना है कि अब लॉकडाउन समाप्त होने के बाद उत्तर प्रदेश के पर्यटन, खुदरा कारोबार सहित कई क्षेत्रों में और तेजी दिखाई देगी।