Faith, enthusiasm, joy at its peak

Loading

By – राजेश मिश्र

लखनऊ. अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद अब 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों तक फिर माहौल को राममय की बनाने की तैयारी है. विश्व हिन्दू परिषद और भाजपा का देश भर के 2.75 लाख गावों में राम प्रतिमा स्थापित किए जाने का लक्ष्य है तो करीब 10 करोड़ परिवारों से अयोध्या के भव्य मंदिर के लिए चंदा लिया जाएगा.

राम मंदिर के निर्माण का काम लोकसभा चुनावों के ठीक पहले पूरा किया जाएगा जबकि इसका पहला चरण उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के पहले पूरा कर लिया जाएगा. फिलहाल प्रदेश ही नहीं देश के अलग अलग शहरों व गांवों में भूमिपूजन के प्रसाद के वितरण का काम चल रहा है.

राम मंदिर के निर्माण में व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भाजपा के साथ विहिप कार्यकर्त्ता दस करोड़ परिवारों से संपर्क साध कर हर घर से 11-11 रुपये का चंदा इक्ट्ठा करेंगे. राम मंदिर के लिए इस तरह जन सहयोग से 5000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा गया है. अभी भूमि पूजन से पहले तक अयोध्या के राम मंदिर के लिए 41 करोड़ रुपये का चंदा आ चुका था जिसमे कथावाचक मुरारी बापू की भागीदारी 11 करोड़ रुपये की है.

 भूमिपूजन के दिन आए हुए सैकड़ों अतिथियों ने भी राम मंदिर के लिए आर्थिक सहयोग दिया है. विहिप के साथ ही भाजपा के कार्यकर्त्ता गांवों व शहरों में 10 करोड़ परिवारों से संपर्क साध कर हर घर से 11 रुपये राम मंदिर के लिए सहयोग राशि लेगें. राम मंदिर का निर्माण कर रहे राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का कहना है कि आर्थिक सहयोग के अलावा बड़े पैमाने पर लोगों ने सोना व चांदी की शिलाएं भी दान की हैं.

 हालांकि ट्रस्ट ने अब लोगों से सोना चांदी की जगह पैसों से सहयोग करने को कहा है. निखिल तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव कुणाल किशोर ने महावीर मंदिर पटना की ओर से राम मंदिर के गर्भ गृह को सोने से मढ़ने का एलान करते हुए 10 करोड़ रुपये दान करने की बात कही है. महावीर मंदिर पटना की ओर से दो करोड़ रुपये दिए भी जा चुके हैं. शिवसेना की ओर से भी पांच करोड़ रुपये का आर्थिक सहयोग दिया जाएगा.

मंदिर के शिल्पकार गुजरात के चंद्रकांत सोमपुरा के मुताबिक पहले के माडल के अनुसार लागत 100 करोड़ रुपये तक आनी थी. अब मंदिर को और विशाल और ऊंचा बनाए जाने की घोषणा के बाद लागत भी बढ़ जाएगी.

विहिप पदाधिकारियों के मुताबिक जल्द ही एक अभियान शुरु कर देश के 2.75 लाख गांवों में राम प्रतिमा की स्थापना की जाएगी. जिन गांवों में मंदिर नहीं होगा वहां जन सहयोग के साथ राम मंदिर भी बनाया जाएगा.

राम मंदिर बना रहे ट्रस्ट के मुताबिक जनता से आर्थिक सहयोग लेने की प्रक्रिया अगले तीन सालों तक जारी रहेगी. योजना के मुताबिक अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 2024 में पूरा हो पाएगा. हालांकि इसका पहला चरण 2022 में ही पूरा हो जाएगा.