Yamuna Expressway Industrial Development Authority

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    राजेश मिश्र

    लखनऊ. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (National Capital Region) (एनसीआर) में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority) (यीडा) उद्योग लगाने के लिए निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है।  बीते चार सालों में यहां औद्योगिक ईकाई (Industrial Units) लगाने के 1564 उद्यमियों (Entrepreneurs) को भूखंडों का आवंटन किया गया है और 16523.83 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं। 

    प्रदेश सरकार का दावा है कि इन 1564 औद्योगिक प्लाटों पर लगने वाले उद्यमों में 2.60 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।  जेवर हवाई अड्डे और फिल्मसिटी के निर्माण के साथ यीडा में उद्यमियों के आने की रफ्तार तेज होगी। औद्योगिक विकास के अधिकारियों के मुताबिक बीते चार सालों में 3908 बड़े निवेशकों ने उत्तर प्रदेश में अपनी यूनिट लगाने के लिए औद्योगिक भूखंड लिए हैं।  इन 3908 औद्योगिक भूखंडों 61330.98 करोड़ रुपए का निवेश कर कारखाने लगेंगे। इनमें भी सबसे अधिक 1564 उद्यम यीडा में लगाए जाएंगे।  इसके बाद 1035 उद्यम यूपीसीडा में, नोएडा विकास प्राधिकरण में 864, ग्रेटर नोएडा में 345 कारखाने और गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में  118 उद्योग स्थापित होंगे। 

    यीडा में जिन 1564 बड़े निवेशकों ने औद्यगिक भूखंड लिए हैं, उनमें से तमाम निवेशको ने अपनी यूनिट की स्थापना का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है।  जानी मानी मोबाइल निर्माता कंपनी विवो ने यीडा के सेक्टर 24 में अपना कारखाना तैयार कर लिया है। अगले चार छह महीने में यहां उत्पादन भी शुरू हो जाएगा।  इसी तरह  यिंगटोंग इलेक्ट्रानिक टेक्नोलॉजी की भी मोबाइल फोन एक्सेसरीज बनाने की यूनिट सेक्टर 24 में करीब – करीब तैयार हो गई है।  इसके अलावा यीडा में सूर्या ग्लोबल फ्लेक्सी प्राइवेट लिमिटेड, हल्दीराम स्नैक्स प्राइवेट लिमिटेड, होलोस्टिक इंडिया केंट आरओ, ओरिएंट फैशन एक्सपोर्ट, बॉडीकेयर इंटरनेशनल जैसी कई कंपनियां अपने उद्यम लगा रही हैं।  यहां इशी टेक्नोलॉजी, देव फार्मेसी, क्वालिटी बिल्टकॉन, मटेंड लिमिटेड, राज कारपोरशन, गेलवेनो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बीकानेर, क्वाडरेंट, स्वास्तिक इंडस्ट्रीज, नर्सी मोंजी विश्वविद्यालय समेत दर्जनों बड़ी कंपनियों को जमीन आवंटित की गई है।   इसके अलावा यहां  प्रदेश की पहली क्लस्टर इंडस्ट्री की शुरुआत हुई है। यहां पर हैंडीक्राफ्ट पार्क, अपैरल पार्क, एमएसएमई पार्क और ट्वाय सिटी आदि विकसित की जा रही हैं। 

    प्रदेश सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि जेवर एयरपोर्ट के बनने की वजह से भी यीडा में औद्योगिक विकास ने रफ्तार पकड़ी है।  यहां फिल्म सिटी, राया हेरिटज सिटी, टप्पल लॉजिस्टिक हब समेत कई बड़ी परियोजनाओं पर काम चल रहा है।  दावा है कि 2023-24 तक ये परियोजनाएं शुरू हो जाएंगी। यीडा का गठन 2001 में हुआ था। सबसे पहले 2009 में यहां पर 21 हजार भूखंडों की आवासीय योजना आई थी।  इसके बाद यहां पर औद्योगिक, व्यावसायिक, हाउसिंग सोसाइटी, आवासीय योजनाओं को लांच करने की रफ्तार काफी धीमी रही।  जिसे अब फिर से रफ्तार मिली है। यहां आवागमन को बेहतर बनाने के लिए  ग्रेटर नोएडा से जेवर तक मेट्रो चलाने की योजना पर काम किया जा रहा है। इन सब के चलते ही यीडा ने अब आर्थिक मोर्चे पर पकड़ मजबूत कर ली है। कोरोना महामारी के बावजूद इस वित्तीय वर्ष में यीडा ने 2200 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। पिछले वित्तीय वर्ष में यह आंकड़ा 1198 करोड़ रुपये का था।