लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Aditynath Government) ने अयोध्या (Ayodhya) स्थित एयरपोर्ट का नाम बदल कर श्री राम रखने का रखा प्रस्ताव पास कर दिया है. मंगलवार को हुई कैबिनेट से इस प्रस्ताव को अपनी मंजूरी भी दे दी है. इसी के साथ उसे अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा देने का प्रस्ताव भी नागर विमानन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) को भेज दिया है.
Uttar Pradesh Cabinet clears proposal to rename the Ayodhya airport as Maryada Purushottam Sri Ram Airport, Ayodhya.
— ANI UP (@ANINewsUP) November 24, 2020
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री योगी ने छह दिसंबर 2018 में एयरपोर्ट बनाने का ऐलान किया था. इस हवाई अड्डे को अंतराष्ट्रीय दर्जे के बनाने का ऐलान किया था. इसके लिए सरकार 600 एकड़ जमीन आवंटित करने का निर्णय लिया है. योजना के अनुसार पहले चरण में ए-321 और द्वितीय चरण में बी-777 जैसे विमानों के संचालन के लिए हवाई पट्टी निर्माण करने किया जाएगा.
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रिपरिषद ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए।.प्रवक्ता ने बताया कि मंत्रिपरिषद ने उत्तर प्रदेश राज्य न्यायालय वीडियो कांफ्रेंस नियमावली, 2020 के घोषणा पत्र के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी. मंत्रिपरिषद ने सरयू नहर परियोजना फेज-III एवं अर्जुन सहायक परियोजना के अन्तर्गत विकास कार्य कराए जाने की कार्ययोजना को स्वीकृति प्रदान कर दी है.
प्रवक्ता ने बताया कि मंत्रिपरिषद ने गोरखपुर एवं वाराणसी मंडल में मंडल स्तर पर एकीकृत कार्यालय परिसर के निर्माण के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है. साथ ही, योजना के क्रियान्वयन में किसी संशोधन की आवश्यकता होने पर, इसके लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया है.
एकीकृत मण्डलीय कार्यालय निर्माण से मण्डल स्तर पर स्थित विभिन्न सरकारी कार्यालय एक ही परिसर में स्थानान्तरित होकर कार्य कर सकेंगे, जिससे न केवल आना-जाना आसान होगा, अपितु तकनीकी सुविधाओं से युक्त होने के कारण कार्यालय वातावरण भी कार्य के सुचारु रूप से संचालन हेतु उपयुक्त हो सकेगा. मंत्रिपरिषद ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर यातायात सुरक्षा की दृष्टि से पांच निर्माणाधीन पुलिस चौकियों तथा 10 पुलिस चौकियों की स्थापना के सम्बन्ध में प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है.