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लखनऊ. योगी सरकार पर खासे हमालवर आम आदमी पार्टी सांसद पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. उन पर जातिवादी सर्वे कराने का आरोप है और विभिन्न अन्य धाराओं में भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. 

मुकदमा राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज किया गया है और संजय सिंह को 41 ए के तहत नोटिस भेजी गयी है. बीते एक महीने में संजय सिंह पर अलग अलग शहरों में अब तक कुल 13 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं. हालांकि संजय सिंह बीते महीने प्रदेश सरकार को धता बता विधानसभा के सत्र के दौरान सदन में पहुंच गए थे और राज्यपाल दीर्घा में बैठ कर कार्यवाही देखी थी.

संसदीय मामलों के जानकारों का कहना है कि इस समय जबकि संसद का सत्र चल रहा है तो एक सांसद को इस तरह से पूंछतांछ के लिए बुलाना न केवल गलत है बल्कि सदन का अवमानना की श्रेणी में आता है. जानकारों का कहना है कि नोटिस भेजने वाले दारोगा को पता नही हैं कि संसद सत्र के दौरान किसी सांसद पर आने के लिए ऐसा दबाव बनाने पर वे ही नही बल्कि लखनऊ पुलिस कमिश्नर तक विशेषाधिकार हनन के लपेटे में आ सकते हैं.

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश में टेलीफोन पर लोगों के बीच एक सर्वे कराया गया था जिसमें लोगों से योगी सरकार के जातिवादी रवैये पर राय मांगी गयी थी. आप सांसद संजय सिंह ने इस सर्वे को अपननी ओर से कराए जाने की जानकारी देते हुए बाकायदा प्रेस कांफ्रेस कर इसके नतीजों का खुलासा किया था. संजय सिंह ने योगी सरकार को ब्राह्म्ण विरोधी करार देते हुए एक जाति विशेष के पक्ष में काम करने वाला बताया था. इस सर्वे को लेकर कुपित सरकार ने पुलिस से इसकी छानबीन करने को कहा था. सर्वे में सामने आए नंबर 744717843 की छानबीन से पता चला कि यह संजय सिंह ने ही कराया है. इसके बाद मुकदमा दर्ज कर संजय सिंह को 41 ए के तहत नोटिस भेजी गयी थी.

इससे पहले सांसद संजय सिंह ने अपने उपर की गयी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टिप्पड़ियों पर  राज्यसभा को शिकायत भेज रखी है. विधानसभा सत्र के दौरान संजय सिंह के सदन में जाने पर योगी ने उन्हें नमूना कहा था.

अब तक सांसद संजय सिंह पर योगी सरकार की पुलिस ने दर्जनों मुकदमें दर्ज कराए हैं. इन्हें सात अलग अलग शहरों में दर्ज कराया गया है. ताजा मुकदमा हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराया गया है जिसमें उन पर 153 ए, 153 बी, 505, 66 धाराएं लगायी गयी हैं.

संजय सिंह आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी बनाए गए हैं. प्रदेश में आप का कोई जनाधर न होने के बाद भी संजय सिंह ने आते ही तेजी दिखायी और सीधे योगी सरकार पर हमला बोलना शुरु किया. प्रदेश में ब्राह्म्णों के साथ ही अन्य लोगों पर हो रहे अत्याचारों पर वो काफी मुखर रहे हैं. कोरोना काल में जिले जिले में हुए घोटाले को उठाने वाले वो पहले लोगों में हैं. संजय सिंह  ने कोरोना किट खरीद में हुए घोटाले के लेकर प्रदेश भर में प्रदर्शन करते हुए सीबीआई जांच के लिए चिट्ठी भेजी थी.

राजेश मिश्र