Yogi
File Pic:

Loading

लखनऊ. एक तरफ जहाँ उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार अपने कार्यों को लेकर नित प्रतिदिन अपने विपक्षियों के सवाल में रहती है। वहीं अब उत्तर प्रदेश के जबरन धर्मांतरण (Love Jehad) की घटनाओं पर रोक लगाने को लेकर योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityabnath) सरकार बहुत ही गंभीर है। इसीके चलते अब योगी सरकार राज्य में इसे रोकने हेतु कानून  लाने जा रही है। इस कड़े कानून का का मसौदा लगभग तैयार हो गया है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश  में जबरन धर्मांतरण के मामले बढ़े हैं। जिसकों लेकर सीएम योगी ने भी कड़े निर्देश दिए हैं। वहीं कानपूर में हुए  लव जेहाद के मामलों पर अब सीओ विकास पांडेय के नेतृत्व में गठित विशेष जांच दल (एसआइटी) लव जेहाद के 14 मामलों की जांच कर रहा है। बताया जा रहा है कि एसआइटी इन घटनाओं के पीछे कहीं कुछ खास लोगों अथवा किसी संगठन की भूमिका के एंगल  की भी छानबीन कर रही है। जल्द ही इसकी रिपोर्ट भी योगी सरकार को दी जाएगी।

बीते कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश में लव जेहाद के मामले बढ़े हैं। जिनमें पहले महिला को प्रेम के जाल में फंसाकर जबरन धर्मांतरण कराया गया और फिर उनके साथ क्रूरता की गई है। इनमे मेरठ कि घटना प्रमुख है जहाँ मां-बेटी की हत्या कर उन्हें घर में ही दफन कर दिया गया था। जहाँ जबरन धर्मांतरण के विरुद्ध अरुणांचल प्रदेश, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमांचल प्रदेश, झारखंड व उत्तराखंड में कानून लागू है। वहीं उड़ीसा इस कानून को सफलतापूर्वक लागू करने वाला पहला प्रदेश भी बन गया  है।

बताया जा रहा है कि अब उत्तरप्रदेश आने वाले  धर्मांतरण की रोकथाम के लिए कड़े कानून का न्याय व गृह विभाग ने लागू करने हेतु आठ राज्यों में फ़िलहाल लागू कानून का गहन अध्ययन किया है।वहीं अब उत्तर प्रदेश सरकार जल्द लव जेहाद के लिए अध्यादेश लाने की तैयारी कर रही है। जिसके मसौदे को न्याय विभाग व गृह विभाग के अधिकारी अंतिम रूप देने में लगे हैं।