30 जुलाई को रिलीज होने वाली मिमी फिल्म आने वाली है। फिल्म में एक्टर्स कृति सेनन (Kriti Sanon) सरोगेट मदर का किरदार निभा रही है। आप सभी के मन में सरोगेट मदर को लेकर सवाल उठ रहे होंगे कि आखिर यह सरोगेट मदर क्या होता है, तो हम आपको बताते है कि सरोगेट मदर वो महिला होती है। जो अपनी कोख में किसी और का बच्चा पैदा करती है। इसमें महिला को किसी और का बच्चा पैदा करने के लिए किसी के साथ सोने की जरूरत नहीं है। इसमें सरोगेट मदर बनने वाली महिला और दंपत्ति के बीच एक खास एग्रीमेंट किया जाता है।
. सरोगेट मदर को प्रेग्नेंसी के दौरान अपना ध्यान रखने और मेडिकल जरूरतों के लिए तो पैसे दिए जाते हैं। पेट आपका और बच्चा उनका” आने वाली मिमी फिल्म इसी पर निर्धारित है। इस फिल्म में पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) की सलाह पर कृति सेनन (Kriti Sanon) सरोगेट मदर बनती हैं। सरोगेसी (Surrogacy) यानी कोख किसी और महिला की और बच्चा किसी और का. फिल्म की कहानी कुछ ऐसी है कि पैसों के लिए पंकज की सलाह पर डांसर कृति विदेशी कपल के लिए सरोगेट मदर बनने के लिए तैयार हो जाती हैं।
सरोगेसी में होता क्या-क्या है?सरोगेट मदर के बारे में अब तक आप जान गए होंगे कि सरोगेट मदर किसी और का बच्चा अपनी कोख में पालने के लिए पैसे चार्ज करती है। सरोगेट मदर का दंपती की ओर से प्रेग्नेंसी के दौरान स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखना और सारे खर्च की जिम्मेदारी लेना दंपती के हिस्से होता है. स्पष्ट है कि किसी महिला की कोख किराये पर ली जाती है।
किराये की कोख में कैसे जाता है बच्चा?
आने वाली फिल्म मिमी से आपको इस बात के बारे में जान जाएंगे कि बच्चा पैदा होने के लिए पति और पत्नी या कहिए कि महिला और पुरुष के बीच सेक्शुअल रिलेशन होना जरूरी होता है। आप बिना दूसरे के साथ सोए भी बच्चा पैदा हो जाएगा! बिल्कुल सरोगेसी में यही तो होता है। किराये की कोख के लिए दूसरी महिला को तैयार करने के बाद डॉक्टर आईवीएफ तकनीक के जरिए पुरुष के स्पर्म में से शुक्राणु लेकर उसे महिला की कोख में प्रतिरोपित करते हैं. सरोगेट मदर बनने वाली महिला और दंपत्ति के बीच एक खास एग्रीमेंट किया जाता है। सरोगेट मदर को प्रेगनेंसी के दौरान अपना ध्यान रखने और मेडिकल जरूरतों के लिए तो पैसे दिए जाते ही हैं, सरोगेसी के लिए वह अलग से एक अमाउंट चार्ज करती हैं।
दो तरह की होती है सरोगेसी
ट्रेडिशनल सरोगेसी:
पारंपरिक सरोगेसी में किराये पर ली गई कोख में पिता का स्पर्म महिला के एग्स से मैच कराया जाता है। इस सरोगेसी में बच्चे का जेनिटक संबंध केवल पिता से होता है।
जेस्टेशनल सरोगेसी:
इस विधि में पिता का स्पर्म और मां के एग्स को मेल टेस्ट ट्यूब के जरिए सेरोगेट मदर के गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है। इससे जो बच्चा पैदा होता है, उसका जेनेटिक संबंध दोनों से होता है।