आज गूगल (Google) भारत की पहली महिला डॉक्टर (India’s First Female Doctor)का जन्मदिन मना रहा है। आज भारत की पहली महिला डॉक्टर कादम्बिनी गांगुली (Kadambini Ganguly) का जन्मदिन गूगल मना रहा है। कादम्बिनी गांगुली भारत की वो पहली महिला है जिन्होंने स्नातक और फिजिशियन की पढ़ाई की थी। वह पहली दक्षिण एशियाई महिला थीं। जिन्होंने यूरोपियन मेडिसिन में प्रशिक्षण लिया था।
आपको बता दें कि कादम्बिनी गांगुली ने कोयला के खदान में काम करने वाली महिलाओं के हक के लिए भी आवाज उठाई थी। गूगल ने आज अपने डूडल के माध्यम से 18 जुलाई आज के दिन भारत की पहली महिला डॉक्टर कादम्बिनी गांगुली जन्मदिन मना रहा है। इस खास डूडल को बेंगलुरु के रहने वाले एक कलाकार ओड्रिजा ने डिज़ाइन किया है। गूगल ने डूडल में डॉक्टर कादम्बिनी और उनके कॉलेज को दिखाया है। कादम्बिनी के पिता ने तब उन्हें स्कूल भेजा जब भारतीय महिलाओं के लिए शिक्षा बहुत दूर की कौड़ी थी। उन्हें अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद चिकित्सा के क्षेत्र में जाना चाहती थीं।
उस समय भारतीय महिलाओं को स्कूल में दाखिला नहीं दिया जाता था। ऐसे में उनके पति ने उनके दाखिले के लिए हक की आवाज उठाई। उसके बाद उन्हें दाखिला मिला और वह के एक शिक्षक ने उन्हें फेल कर दिया। इस कारण उन्हें वह डिग्री नहीं ले पाई और वह 1886 में ग्रेजुएट की उपाधि प्राप्त की। यूके में काम करने के अध्ययन के बाद उन्होंने उन्होंने स्त्री रोग में विशेषज्ञता के साथ तीन और डॉक्टरेट प्रमाणपत्र प्राप्त किए। वहीं साल 1890 के दशक में अपनी निजी प्रैक्टिस खोलने के लिए भारत लौट आईं। गांगुली भारत की उन महिलाओं में से एक हैं जिन्होंने लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाई।
उन्होंने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया और सभी कठिनाई को पर करते हुए वह कोलकत्ता के मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया और वह भारत की पहली महिला बनी। जिन्होंने यूनिवर्सिटी से ही स्नातक की डिग्री हासिल की। उन्होंने कोयला के खान में काम करने वाली महिलाओं के हक के लिए लड़ाई भी लड़ी।