Sri Lanka included China's corona vaccine in its corona vaccination campaign, Chinese corona vaccine given to Chinese nationals
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    हरियाणा: देश में कोरोना संकट (Corona Virus) छाया हुआ है। महामारी से देश में रोज़ाना कई मौतें (Corona Death Rate) भी हो रही हैं और रोज़ नए मरीज़ों का एक नया रिकॉर्ड (Corona Active Case) बन रहा है। इस महामारी (Corona Epidemic) से लोगों को बचाने के लिए बड़े पैमाने में कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccine) अभियान भी जारी है। ऐसे में कोरोना वैक्सीन की कालाबाज़ारी से जुड़ी खबरें सामने आई हैं। इसी बीच एक ऐसी खबर आई है, जिसे पढ़ और सुनकर हर कोई हैरान है। साथ ही यह खबर सोशल मीडिया (Social Media) पर भी ज़ोर पकड़े हुए है। 

    वैसे तो चोरी-चाकरी की खबर आए दिन हम सुनते ही रहते हैं, लेकिन शायद ही आपने कभी ऐसा सुना होगा कि चोर खुद सॉरी बोलकर चोरी किया हुआ सामान वापस लौटा दे। जी हाँ हरियाणा (Haryana) में जींद (Jind) जिले के सिविल अस्पताल (Civil Hospital) के पीपी सेंटर से कोरोना वायरस की 1710 वैक्सीन डोज चोरी हो गई थी। जिसमें 1270 कोविशील्ड और 440 कोवैक्सीन शामिल हैं। इस घटना का पता गुरुवार की सुबह लगभग 9 बजे चला। जब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी को पीपी सेंटर का ताला टूटा हुआ मिला।

    जब कर्मचारी ने देखा तब उन्हें पता चला की डीप-फ्रीज में रखा कोरोना वैक्सीन गायब हो गया है। इन सबके अलावा अलमारी से दो फाइलें भी चोरी हुई है। हालांकि, अलमारी में ही 50 हजार रुपये भी रखे हुए थे, लेकिन वह सुरक्षित है। खबर फैलते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया।

    जिसके बाद शाम में एक बाइक सवार सिविल लाइन थाने के सामने चाय की दुकान पर प्‍लास्टिक बैग में 622 डोज छोड़कर चला गया। चोर ने इस बैग के साथ एक नोट भी छोड़ा था, जिसमें उसने लिखा था, ‘‘मुझे माफ कर दीजिए। पता नहीं था कि इसमें कोरोना वैक्‍सीन है।’ 

    यह घटना इतनी अजीब थी कि इसकी चर्चा पूरे इलाके में हो रही है, साथ ही यह सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है। इस खबर को पड़ते ही लोग रिएक्शन्स भी देते नज़र आ रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि अस्पताल में कोविड संक्रमित मरीजों के लिए कोविड वॉर्ड बनाया गया है। जहां अस्पताल का स्टाफ दिन-रात रहता है, साथ ही अस्पताल में सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहते हैं, लेकिन पीपी सेंटर के बाहर किसी भी सुरक्षाकर्मी को तैनात नहीं किया गया है। जिसकी वजह से हॉस्पिटल के सुरक्षा पर सवाल भी उठने लगे हैं।