Take care of baby's skin during cold days
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    स्वीडन: दुनिया भर में हर किसी को माता-पिता (Mother- Father) बनने की अलग ही खुशी होती है। लेकिन माता-पिता बनना आसान नहीं होता है। बच्चों को संभालना और ऑफिस (Office) जाना होता है। इन सब कामो में बच्चे की सही परवरिश होना थोड़ा मुश्किल है। गर्भवती महिलाओं को बच्चे के समय अपना ऑफिस छोड़ना पड़ता है या फिर बच्चा (Kids) होने के 6 महीने के बाद काम पर वापस लौटना पड़ता है। लेकिन दुनिया में एक ऐसा देश भी है जहां बच्चे पैदा करना और पैरेंट्स (Parents) बनना आराम की बात है।

    स्वीडन (Sweden) में बच्चे की बेहतर परवरिश की जिम्मेदारी सरकार लेती है। यहां पेरेंट्स की सैलरी बच्चे के बाद बढ़ा दी जाती है। दोनों माता-पिता को बच्चे की देखभाल के लिए 480 दिन की छुट्टिया दी जाती है और 390 दिनों की छुट्टी में माता-पिता को सैलरी का 80 फीसदी पैसा मिलता है। उन्हें माता-पिता बनने के बाद सुविधाओं में 90 दिन फ्लैट रेट से भुगतान किया जाता है.जिन लोगों के पास रोजगार में नहीं हैं, उन्हें भी इन छुट्टियों के दौरान भुगतान किया जाता है।

    बच्चे के पेरेंट्स बच्चे के 8 साल के होने तक छुट्टियों के लिए अप्लाई कर सकते है और कामकाज के घंटे को भी 25 फीसदी कम कर दिया जाता है यह सब बच्चे के 8 साल होने तक दिया जाता है।  पेरेंट्सइन छुट्टियों को हर बच्चे के जन्म के बाद लिया जा सकता है। पैरेंट्स को हर बच्चे की परवरिश के लिए लगभग आठ हजार रुपए का चाइल्ड एलाउंस मिलता है। बच्चे के 6 साल से लेकर 19 साल तक होने तक स्कूल का खर्च सरकार उठाती है। ये स्कूल फ्री होते हैं।