Photpo Credit- Twitter/@Livescience
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    दिल्लीः जलवायु परिवर्तन से बर्फ पिघलने की वजह से आए दिन अजीबो-गरीब चीजें देखने को मिलती है। जिसे देखकर हम यकीन नहीं कर पाते है। फिर चाहे वो नदियों में हज़ारो साल पुराने कंकाल (Skeleton) का मिलना हो या फिर 3000 साल पुराने जूते का। 3000 साल पुराना जूता ये सुनकर ही मन में एक अलग ही जिज्ञासा उत्पन्न होती है। ये कैसे मुमकिन है। 3000 साल पुराना जूता (3,000 Years Old Shoe) अब कैसे मिल सकता है।

    बता दें, इसकी जानकारी लाइव साइंस ने ट्विटर पर दी। ट्विटर पर जूते की फोटो शेयर करते हुए लाइव साइंस ने बताया की 3000 साल पुराना यह जूता नॉर्वेजियन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा नॉर्वे में मिला है। नॉर्वेजियन आइस पैच में सामानों के सड़ने और नष्ट होने की प्रक्रिया बहुत कम देखी गई है। यहां हजारों साल तक सामान दबे होने के बावजूद भी सुरक्षित मिले हैं। इसके पीछे का कारण ये है कि आइस पैच में सामान को सड़ने और नष्ट करने वाले पदार्थ बर्फ में सक्रीय नहीं होते। जिसकी वहज से बर्फ के निचे दबे सामान अपनी अवस्था में सुरक्षित रहते हैं।  

    दरअसल, धरती पर बढ़ते प्रदूषण के कारण धरती का तापमान भी तेजी से बढ़ रहा है। यही वजह है कि धरती के ऊंचे स्थानों पर जमी बर्फ तेजी से पिघल रही है और बर्फ के पिघलने की वजह से ही उसके नीचे दबी सालों पुरानी चीजें सामने आ जाती हैं। 3000 साल पुराना यह जूता भी उनमे से ही एक है।