Photo Credit- 
thediningtable__
Photo Credit- thediningtable__

    Loading

    कोलकाता : HIV एक ऐसी बीमारी है कि अगर कोई इसके चपेट में आ जाये तो इस बीमारी से पीछा छुड़ाना नामुमकिन के बराबर है। सरकार भी  HIV के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अलग-अलग तरह से जागरूकता अभियान चलाती रहती है। छुआछूत की बीमारी ना होते हुए भी लोग आज भी एचआईवी से ग्रसित इंसानो से दुरी बना लेते है। कोरोना वायरस के छुआछूत के भ्रम को तो सभी स्वीकार कर लिया है लेकिन HIV पॉजिटिव लोगों के पास रहने से अभी भी कतराते हैं।  

    गौरतलब है कि कोलकाता में एक ऐसा कैफे का निर्माण किया गया है। जिसमें काम करने वाले सभी लोग HIV पॉजिटिव है। इस कैफे का नाम ‘कैफे पॉजिटिव’ रखा गया है। बता दें, कैफे पॉजिटिव की शुरुआत एक एनजीओ के तहत लोगों को HIV से जागरूक करने, छुआछूत और भेदभाव को खत्म करने के मकसद से इसे शुरू किया गया है। कैफे के फाउंडर का नाम ‘कल्लोल घोष’ है और इस कैफे में करीब 10 लोग काम करते हैं। ये सभी एचआईवी पॉजिटिव है। इनका काम एकाउंट्स देखना और कस्टमर्स को सर्विस देना है।

    बता दें यहां देश- विदेश हर जगह से कस्टमर चाय नास्ता के लिए आते हैं। इस कैफे की सबसे ख़ास बात ये है कि कैफे की पॉजिटिविटी को देख लोग यहां आने से जरा भी कतराते नहीं है। वीकेंड्स पर यहां अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिल जाती है। दावा किया जाता है कि ये एशिया का ये पहला ऐसा कैफे है जो लोगों में HIV को लेकर जागरूकता फैलाने के कदम में आगे बढ़ रही है।