बिल गेट्स का बड़ा खुलासा! कहा- ‘मैंने गंदा पानी पिया, शौचालय की गंध सूंघी’

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    नई दिल्ली: बिल गेट्स जो दुनिया के छठे सबसे अमीर व्यक्ति हैं, वे अपने सामाजिक कार्यों के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं। उन्होंने कई देशों में अपनी संस्था के जरिए सामाजिक कार्यों में मदद की है। वे सार्वजनिक स्वास्थ्य के मुद्दों से भी अवगत हैं। हाल ही में उन्होंने ‘लिंक्ड इन’ पर एक पोस्ट में दुनिया में गंदगी के मुद्दे पर लिखा है। उस पोस्ट में उन्होंने कहा है कि इस संबंध में लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें शौचालय की गंदी गंध सूंघी और सीवर का पानी भी पिया। 

    माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने लिंक्डइन पर प्रदूषण और जन स्वास्थ्य को लेकर एक पोस्ट लिखा है। यह पोस्ट इस समय पूरी दुनिया में वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने कहा, “मैंने पिछले कुछ सालों में कई अजीबोगरीब काम किए हैं। मैंने अमेरिकी कॉमेडियन जिमी फॉलन के साथ सीवर का पानी पिया। शौचालय की दुर्गंध भी दूर हो गई है। एक कांच के जार में मानव मल के साथ मंच पर खड़े होना।” उनका कहना है कि उन्होंने एक अच्छे काम के लिए ऐसे कई अजीबोगरीब काम किए। ये सारी बातें आपको हंसाएंगी; लेकिन उन्होंने कहा है कि हमारा उद्देश्य हमेशा अस्वच्छता के मुद्दे के बारे में जन जागरूकता पैदा करना है जो दुनिया के 3.6 अरब नागरिकों को प्रभावित करता है।

    गेट्स ने कई देशों की यात्रा की है और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई है। इस संदर्भ में उन्होंने 2018 की एक घटना का जिक्र किया है। वे विकासशील देशों में अपर्याप्त शौचालयों के मुद्दे पर नागरिकों को शिक्षित करने के लिए एक कांच के जार में मानव मल के साथ बीजिंग में मंच पर आए। उन्होंने लिंक्डइन पर अपनी पोस्ट में दुनिया के इंजीनियरों और वैज्ञानिकों का भी शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कई बीमारियों और बुखार की समस्याओं को रोकने के लिए समाधान खोजने में योगदान देने के लिए वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया।

    बिल गेट्स ने अपने पद में अस्वच्छता के बारे में कुछ और टिप्पणियां की हैं। दुनिया के 3.6 अरब नागरिकों, जो आबादी का लगभग आधा है, के पास पर्याप्त शौचालय नहीं हैं। शौचालय नहीं होने से कई तरह की परेशानी होती है। यह एक बड़े संकट की तरह है। अस्वच्छता भूमि, जल और भोजन के प्रदूषण का कारण बनती है। इससे कई नागरिकों की मौत होती है। कुछ निष्कर्षों के अनुसार, हर साल 5 साल से कम उम्र के लगभग 5 लाख बच्चे अतिसार और अस्वास्थ्यकर संबंधित बीमारियों के कारण मर जाते हैं।

     

    इस पोस्ट में जुलाई 2021 का लिंक भी दिया गया है। उन्होंने बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए स्वच्छता के लिए नए समाधान तलाशने की जरूरत जताई। उन्होंने पोस्ट में इस बात का भी जिक्र किया कि बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने 10 साल पहले दुनिया के शौचालयों को फिर से बनाने की चुनौती दी थी। बिल गेट्स ने सितंबर में सैमसंग के साथ मिलकर घरेलू उपयोग के लिए पानी रहित शौचालय की प्रतिकृति बनाई। इस शौचालय में ठोस मल को राख में बदला जाता है। बिल गेट्स अपनी संस्था के माध्यम से स्वच्छता के प्रति वैश्विक जागरूकता का कार्य कर रहे हैं। इसके लिए वे फंड भी उपलब्ध कराते हैं।