Gujarat Woman Constable: सोशल मीडिया (Social Media) पर कई तरह के वीडियो और फोटो (Viral Photo And Video) शेयर किए जाते हैं। जिसमें कुछ वीडियो ऐसे भी होते हैं, जो लोगों का दिल जीत लेते हैं। कुछ ऐसा ही फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला पुलिसकर्मी (Woman Constable) ने मानवता की एक अनोखी मिसाल पेश की है। इस महिला पुलिस ने रेगिस्तान (Desert) की तपती गर्मी में एक बुजुर्ग महिला को 5 KM तक अपने कंधे पर बिठाकर घर पहुंचाया है।
दरअसल, यह मामला गुजरात के कच्छ का है। कच्छ के खादिर द्वीप पर स्थित भंजदा दादा के मंदिर में मोरारीबापू की रामकथा चल रही थी। वहां एक 86 साल की बुजुर्ग महिला रामकथा सुनने के लिए पहाड़ी पर चढ़ रही थी। लेकिन तभी वह गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाई और बेहोश होकर जमीन पर गिर गई। जिसके बाद इस बात की जानकारी महिला कांस्टेबल वर्षाबेन परमार को दी गई और वह तुरंत बुजुर्ग महिला के पास सहायता के लिए पहुंच गईं।
“खाखी की मानवता”
कच्छ के रापर में मोरारीबापू जी की कथा सुनने हेतु पैदल चलते जा रहे 86 वर्षीय बुजुर्ग को स्वास्थ्य परेशानी होने के कारणवश, एक महिला पुलिस अधिकारी वर्षाबेन परमार जी ने उन्हे 5 कि.मी तक अपने कंधों पर बिठाकर गंतव्य स्थान तक पहुंचाकर सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया। pic.twitter.com/FZxTLWVbGD
— Harsh Sanghavi (@sanghaviharsh) April 22, 2022
उन्होंने फिर महिला को अपने कंधे पर उठा लिया और फिर भीषण गर्मी में 5 किमी पैदल चलकर महिला को उनके घर पहुंचाया। इस महिला पुलिसकर्मी की तस्वीर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई है। जिसे देखकर महिला पुलिसकर्मी की देशभर में जमकर तारीफ हो रही है। खुद राज्य के गृह मंत्री ने ट्वीट कर महिला पुलिसकर्मी के काम की जमकर सराहना की है।
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने महिला पुलिसकर्मी की तारीफ में ट्वीट किया, ‘खाकी की मानवता। कच्छ के रापर में मोरारीबापू जी की कथा सुनने पैदल चलते जा रहे 86 वर्षीय बुजुर्ग को स्वास्थ्य परेशानी होने के कारणवश महिला पुलिस अधिकारी वर्षाबेन परमार ने उन्हें 5 किमी तक अपने कंधों पर बिठाकर गंतव्य स्थान तक पहुंचाकर सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया।’ वहीं महिला पुलिसकर्मी को बुजुर्ग महिला ने उसकी मदद करने के लिए आशीर्वाद भी दिया।