ज्ञान की बात : आखिर ट्रेन से क्यों और कहां से आती है ठक- ठक की आवाज, जानें रोचक बात

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    नई दिल्ली : आज हम आपके लिए एक ज्ञान की बात लेकर आये है। ट्रेन हमारे लिए सुनने में भी आम और जिंदगी में भी आम है। शायद ही ऐसा कोई इंसान होगा जिसने ट्रेन से सफर नहीं किया होगा। लेकिन ट्रेन से जुड़ी ऐसी कई सारी बातें होती है जिनके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं होती। 

    ट्रेन के सफर में हमारे साथ एक और होती है वह है ट्रेन की आवाज, सफर ट्रेन का हो और ट्रेन से ठक-ठक की आवाज ना आए ऐसा तो मुमकिन ही नहीं लेकिन ये आवाज भला क्यों और कहां  से आती है ? कभी आपके मन में ऐसा सवाल आया है ? जी आज हम आपके इसी सवाल का जवाब देने वाले है। तो चलिए जानते है आखिर  ट्रेन से क्यों और कहां से आती है ठक- ठक की आवाज……… 

    आपको बता दें कि ठक- ठक की यह आवाज ट्रेन के निचले हिस्से में पहिए से आती रहती है। आज हम इससे जुडी पूरी जानकारी विस्तार से बतायेगे और साथ में यह भी बताएंगे आखिर रेल ट्रैक पर पहिए कैसे बैलेंस होते है। 

    जानें ट्रेन के पहिए से क्यों आती है आवाज 

    यह जानकारी आपके लिए काफी रोचक हो सकती है, ठक-ठक की आवाज ट्रेन में उस वक्त आती है, जब ट्रेन का पहिया ट्रैक जॉइंट के ऊपर  से गुजरता है। जब ट्रैक जॉइंट का पहिये से संपर्क होता है तब ठक-ठक जैसी आवाज आने लगती है। अब आपके मन में यह सवाल आया होगा कि आखिर पहिए के ट्रैक जॉइंट के संपर्क में आने से आवाज क्यों आती है? 

    जब भी पहिया ट्रैक जॉइंट के ऊपर से गुजरता है, तो उस वक्त वो हल्का सा बैंड होता है। यह पहिए से हल्का टकराता भी है, इस जगह पटरी को जोड़ा जाता है। जहा पटरी जुड़ती है, वहां हल्का सा गैप होता है। और जब ट्रेन गुजरती है तो पटरी के जॉइंट से हिस्सा ऊपर नीचे होता है। जब हम इस हिस्से को बारीकी से देखते है, तो समझ आता है कि पटरी के जॉइंट कितने हिलते है। और जब इससे टायर गुजरता है तो यह आवाज करता है। 

    ऐसे में ट्रैक पहिये से भिड़ता है और उसी में से यह ठक-ठक की आवाज आती है। आपको बता दें कि इस ज्वाइन के निचे बेस भी लगाया जाता है। साथ ही यह शोकर भी हलते हुए नजर आते है, क्योकिं यहां पटरी बराबर बैलेंस नहीं होती है। इसलिए जब भी ट्रेन से अलग- अलग आवाज आती है तो समझ लीजिये कि वहां पटरी का कोई जॉइंट है।

    पटरी से ट्रेन पलटती क्यों नहीं ? 

    यह सवाल आपके मन में कभी ना कभी तो आया होगा कि आखिर ट्रेन पटरी से पलटती क्यों नहीं। ट्रेन पटरी को अंदर से पकड़कर चलती है। यानी ट्रेन के टायर पटरी में से हो जाते है, और टायर में पटरी के अंदर रहने वाला हिस्सा बड़ा होता है। और यही वजह है की पटरी को वो जखड़कर कहता है। ऐसे में जिस तरह ट्रेन की पटरी होती है, उसी तरह ट्रेन आगे बढ़ती है।