ज्ञान की बात: किसी के मौत के बाद क्यों कहा जाता है RIP, ‘ये’ है इसका सही मतलब

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    नई दिल्ली: हम सब जानते है किसी के मौत के बाद हम ‘RIP’ कहते है, किसी के मरने के बाद आम तौर पर यही शब्द सबसे ज्यादा प्रचलित है। देखा जाए तो ‘RIP’ यह शॉर्टफ़ॉर्म है। लेकिन आज के डोर में इसे शब्द के तोर पर लोग इस्तेमाल करते है। बहुत से लोग ऐसे भी है जिन्हे इस शब्द का अर्थ भी सही पता नहीं होता है, लेकिन  वे अपना दुख व्यक्त करने के लिए इस शब्द का इस्तेमाल करते है। आज हम आपको RIP इस शब्द का सही मतलब क्या है? यह बताने जा रहे है। आइए जानते है… 

    ये है RIP का सही मतलब

    शायद ऐसा हो सकता है कि कुछ लोग इसका मतलब जानते हों, लेकिन ज्यादातर लोग इस शब्द के मतलब से पूरी तरह अनजान हैं, वे इस शब्द का इस्तेमाल तो करते है लेकिन इसका अर्थ नहीं जानते। आज हम आपको बताएंगे कि इस शब्द का सही मतलब क्या है। इसके अलावा इस शब्द की शुरुआत कब और कैसे हुई, इसके बारे में भी बताएंगे। आपने देखा होगा कि कई लोग RIP को ‘Rip’ लिख देते हैं। लेकिन आपको बता दें कि  इस ‘Rip’ का मतलब काटना होता है। तो जानते है इसका सही मतलब क्या है। 

    यहां से निकला RIP शब्द 

    बता दें कि दूसरी तरफ RIP एक Acronym है। इसका फुल फॉर्म ‘Rest In Peace’ होता है। यहां तक तो हम सब जानते है। लेकिन इसके आगे का हम आपको बता रहे है। दरअसल इस बारे में हम आपको बता दें कि Rest In Peace की उत्पत्ति लैटिन फ्रेज ‘Requiescat In Pace’ से हुई है। Requiescat In Pace का मतलब होता है। ‘शांति से सोना’ हिंदी में इस शब्द का संदर्भ है ‘आत्मा को शांति मिले’। ईसाई धर्म में माना जाता है कि मृत्यु के बाद ‘आत्मा’ शरीर से अलग हो जाती है और ‘जजमेंट डे’ के दिन दोनों फिर से मिल जाएंगे। 

    Rip शब्द की 18वीं शताब्दी से हुई शुरुआत 

    Requiescat In Pace के बारे में कहा जाता है कि कोई व्यक्ति अगर चर्च की शांति में मरता है तो उसकी आत्मा का मिलान जीसस क्राइस्ट से होता है।  RIP शब्द का इस्तेमाल 18वीं शताब्दी से माना जाता है। इससे पहले 5वीं शताब्दी में मरने के बाद कब्रों पर ‘Requiescat In Pace’ शब्द लिखे मिले हैं। ईसाई धर्म से इस शब्द का प्रचलन बढ़ा।  इसके बाद यह शब्द ग्लोबल हो गया। अब दुनियाभर में इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।