Braj-Holi
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    नई दिल्ली. जहाँ एक तरफ होली का त्योहार यानी वह त्योहार जो रंगों के रूप में  हर गाँव देहात में धूमधाम से मनाया जाता है। वहीं  गुजरात में एक ऐसी भी जगह है जहां बीते  200 साल से होली नहीं खेली गई है। जी हां यह सच है कि गुजरात (Gujarat) के बनासकांठा जिले का एक गाँव है रामसन, जहां पर बीते कई सालों से होली का एक भी रंग नहीं चढ़ सका है। 

    तो  यह है वजह

    दरअसल बनासकांठा के रामसन गांव में कुछ लोग इसके पीछे कुछ पुरानी मान्यताएं बताते हैं तो यहाँ कुछ दुर्घटना होने के आसार बताते हैं। जिसके पीछे यह वजह है कि एक अहंकारी राजा के बुरे कामों की वजह से ही कुछ संतों ने इस गांव को बेरंग रहने की बद्दुआ दी थी, जिसके बाद से ही इस गांव में होली का जश्न नहीं मनाया जाता है। तभी से ही यह प्रथा चली आ रही है। तब से लेकर अब तक न तो यहां रंग व गुलाल खेले जाते हैं और न ही कभी होलिकादहन होता है।

    200 सालों से नहीं खेली गयी होली 

    वहीं मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक रामसन गांव के लोगों का यह भी मानना है कि इस गांव में 207 साल पहले होलिका दहन किया गया था और धूमधाम से होली मनाई गई थी। लेकिन फिर उसी होली के दिन अचानक ही पूरे गांव में भयंकर आग लग गई थी  और इस दौरान कई घर जलकर खाक हो गए। उसके बाद से ही गांव के लोगों में इस घटना के चलते इतना खौफ और डर समा गया कि इन लोगों ने होली का त्योहार ही मनाना बंद कर दिया ।