युद्ध की स्थिति में यूक्रेन से ट्रेन पकड़कर दूसरे देश पहुंच गया बच्चा और फिर….

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    नई दिल्ली: रूस अभी भी पीछे हटने को तैयार नहीं है, यूक्रेन पर एक के बाद एक हमले किये जा रहा है। ऐसे में कई लोग वहां से जान बचाकर निकलने की कोशिश कर रहे है। कई लोग तो ऐसे भी है जो अपना देश छोड़कर भाग रहे है। आज देखते ही देखते रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध अब 13वें दिन तक पहुंच गया। ऐसे में रोजाना यूक्रेन से जुड़ी खबरे आ रही है, इस बिच आज हम आपको एक खबर बताने जा रहे है, दरअसल एक 11 साल के बच्चा यूक्रेन से ट्रेन पकड़कर दूसरे देश पहुंच गया, आइए जानते है, क्या है माजरा…  

    अकेला ट्रेन से पहुंच गया दूसरे देश 

    आपको बता दें कि यूक्रेन के जपोरिझिया का न्यूक्लियर पावर प्लांट इस इलाके का यह बच्चा है। यूक्रेनी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह बच्चा युद्ध के बीच अपने परिवार से किन्हीं परिस्थितयों में बिछड़ गया और वहीं किसी ट्रेन में बैठ गया। इसके बाद करीब 1100 किलोमीटर का सफर तय करके वह स्लोवाकिया बॉर्डर पर पहुंच गया। इतने लंबे ट्रेन के सफर में बच्चा अकेला था ही। बच्चे को अकेला ट्रेन में देखकर कई लोगों ने उसे खाने को भी दिया।

    हाथ पर लिखा था रिश्तेदार का नंबर 

    रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे के पास सफर के दौरान एक प्लास्टिक बैग, पासपोर्ट और हाथ पर लिखा अपने एक रिश्तेदार का मोबाइल नंबर था। कुछ लोगों का कहना है कि स्लोवाकिया में ही उसके रिश्तेदार रहते हैं और बच्चे की मां ने ही उसे ट्रेन से भेजा है। फिलहाल बच्चा जब स्लोवाकिया बॉर्डर पर पहुंचा तो अधिकारी चौंक गए। इसके बाद अधिकारियों ने पता लगाना शुरू किया तो सारी जानकारी सामने आ गई। इसके बाद उन्होंने यह बच्चा उसके रिश्तेदार के हवाले किया। 

     

    रूस कर रहा लगातार हमले 

    जी हां स्लोवाकिया देश के अधिकारियों ने स्लोवालकिया में रहने वाले बच्चे के रिश्तेदारों को बुलाया और उसे सौंप दिया। रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे की मां ने स्लोवाकिया के अधिकारियों का शुक्रिया भी कहा है। उधर यूक्रेन अभी भी संकट की स्थिति में है। सोमवार को बेलारूस में दोनों देशों के बीच हुई बातचीत में युद्ध के बीच लोगों को निकालने के लिए यूक्रेन में ह्यूमन कॉरीडोर बनाने पर भी सहमति नहीं बनी। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की लगातार रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर हमलावर हैं और दुनिया से मदद मांग रहे हैं। ऐसे में बहुत मानव हानी हो रही कई, कई मासूमों की जान जा रही है।