अंकारा: बहुत से इस्लामिक देशों (Islamic Countries) में महिलाओं को पुरुषों के खिलाफ कुछ भी बोलना अपराध माना जाता है। जिसके लिए उन्हें कई तरह की कड़ी सजा भी सुनाई जा सकती है। कुछ ऐसा ही देखने मिला है तुर्की (Turkey) में। जहां एक महिला कार्यकर्ता को बस इसलिए 5 महीने की जेल की सजा सुना दी गई, क्योंकि उसने एक ट्वीट (Tweet) किया था, जिसे पुरुषों के खिलाफ का ट्वीट माना जा रहा है।
क्या था ट्वीट
तुर्की के कोर्ट का मानना है कि महिला एक्टिविस्ट ने जो ट्वीट किया है, उससे पुरुषों का अपमान होता है। हालांकि, एक्टिविस्ट का कहना है कि, जिस ट्वीट को उसका बताया जा रहा है, वो उसने किया ही नहीं। बल्कि उसने कुछ और ही ट्वीट किया है। बता दें कि जिस ट्वीट को महिला का बताया जा रहा है, उसमें लिखा था कि ‘आई डोंट लाइक मैन’ (I Don’t Like Men)। बस इसी ट्वीट से इतना बड़ा बवाल हो गया है और महिला को जेल की सजा सुना दी गई है।
ऊपरी अदालत का किया रुख
‘डेली स्टार’ की खबर के मुताबिक, लेखिका और महिला अधिकारों के लिए काम करने वालीं 34 वर्षीय पिनार यिलदिरिम (Pinar Yildirim) को पुरुषों के अपमान का दोषी पाया गया है। हालांकि, पिनार ने इसके खिलाफ ऊपरी अदालत का रुख किया है। लेकिन, अगर उन्हें वहां से भी इंसाफ नहीं मिला तो उन्हें यकीनन जेल में 5 महीने की सजा काटनी ही पड़ेगी।
ट्वीट से हुई छेड़छाड़
पिनार यिलदिरिम ने दावा किया कि जिस ट्वीट की वजह से उन्हें ये सजा सुनाई गई है। वह उनकी है ही नहीं। उनके ट्वीट के साथ छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने कहा कि मैंने कभी ‘आई डोंट लाइक मैन’ नहीं लिखा था। बल्कि मैंने ट्वीट किया था ‘आई स्टिल लाइक मैन’ (I Still Like Men), जिसे बदलकर ऐसा लिख दिया गया। जिस ट्वीट को पुरुषों का अपमान बताकर मुझे सजा सुनाई गई है, वो मेरा है ही नहीं और इस बात को मैं जल्द साबित कर दूंगी।’
कोर्ट के फैसले से महिला में रोष
वहीं एक्टिविस्ट को कोर्ट के सुनाए गए फैसले से भी रोष है। उन्होंने कहा कि हाल ही में कोर्ट ने उस युवक को सजा देने से इनकार कर दिया था, जिसने एक महिला पत्रकार के साथ बदतमीजी की और उसे जान से मारने की धमकी दी थी। लेकिन, मेरे एक ट्वीट से इतना बड़ा हंगामा हो गया। एक्टिविस्ट ने कहा कि, ऐसे देश में जहां महिलाओं को हर क्षेत्र में अपमानित किया जाता है, वहां एक महिला के ट्वीट पर इतना हंगामा समझ से परे है।