नई दिल्ली : ऐसी कई चीजें होती है जो रोजाना के उपयोग में होती है, लेकिन इससे जुड़ी अहम जानकारी हमें पता नहीं होती है। आम तोर पर हम कई विषयों पर बात करते है, लेकिन बहुत कम लोग होते है, जिनके मन में कोई चीज या बात को लेकर सवाल उत्पन्न होता है।
प्लेन (plane) में तो आप कई बार बैठे होंगे, लेकिन क्या आपके मन में ये सवाल आया है कि आखिर प्लेन उड़ान भरते (Taking off ) समय और लैंडिंग (landing) के समय प्लेन के अंदर अंधेरा (Dark) क्यों किया जाता है ? आज इसी सवाल का जवाब अपने इस लेख के माध्यम से देने वाले है….
जी हां, एक सेफ्टी प्रोसीजर के तहत हवाई जहाज उड़ते समय और लैंडिंग के वक्त प्लेन में अंधेरा किया जाता है। ऐसा करने के पीछे एक अहम कारण भी है। केबिन में रोशनी कम करने से आपकी आखों को अंधेरा का अभ्यास करने में मदद मिलती है।
साथ ही इसक और एक कारण है कि हवाई जहाज उतरते समय दुर्घटना के वक्त आपातकालीन स्थिति में बाहर जाते समय आपको अंधेरे के अनुकूल होने में मदद होती है, इसी वजह से प्लेन में उड़न भरते वक्त और लैंडिंग के वक्त अंधेरा होता है। आपात स्थिति में अगर खिड़किया बंद है तो उसे खला जाता है ताकि प्रवासी बाहर सकें। situational awareness के वजह से इसका बेहद फायदा होता है। हर एक हवाई जहाज कंपनी के हिसाब से इस प्रक्रिया में थोड़ा बहुत फरक हो सकता है।