odisha
Pic: ANI

    Loading

    नई दिल्ली/ओडिशा. दोस्तों, अगर जानवरों से सच्ची दोस्ती कर ली जाए तो, वह दुनिया का सबसे बेहतरीन दोस्त बनते हैं। फिर कुत्तों और इंसानों कि यारी ने तो इस बात को गाहे-बगाहे साबित भी किया है। जी हां, एक कुत्ते की अपने मालिक के प्रति वफादारी और साथ ही मालिक का उसके प्रति प्रेम वैसे तो कोई नया भी नहीं है। लेकिन फिर आते हैं ऐसे कुछ रुलाने वाले मामले, जो आगे जाकर एक मिसाल बन जाते हैं। 

    कुछ ऐसा ही एक मामला,  ओडिशा (Odisha) के परलाखेमुंडी से मुखातिब हुआ है। दरअसल, यहां रहने वाले एक परिवार ने अपने पालतू कत्ते की मौत पर जब उसकी अंतिम यात्रा निकाली तो वहां मौजूद हर किसी की आंखे भर आईं। 

    17 साल तक साथ रहा ‘वो’ अपने मालिक के साथ 

    खबर के मुताबिक, परलाखेमुंडी के रहने वाले परिवार ने यहां 17 साल पहले ‘अंजलि’ नाम की एक ‘कुतिया’ को पाला था। आगे जाकर इस परिवार और ‘अंजलि’ के बीच ऐसी दोस्ती हुई कि वह परिवार का एक जरुरी सदस्य बन गया। वहां हर छोटे से छोटे फैसले में अंजलि को भी शामिल किया जाता। हर छोटी से बड़ी चीज में उसका भी परिवार की ही तरह ध्यान रखा जाता। बदले में जैसे अंजलि ने भी अपना पूरा प्यार, वात्सल्य और वफादारी उन पर लुटा दी।

    यहां देखें Video

    अंजलि मौत पर रो-रोकर बुरा हाल

    लेकिन जब 17 साल बाद जब इसी ‘अंजलि’ की जब मौत हुई तो परिवार जैसे बिलख-बिलख कर रोया। वहीं उसे अंतिम विदाई देने के लिए परिवार वालों ने एक अनोखा और जानदार आयोजन किया। उसकी विदाई पर ढोल-नगाड़े बजाए गए और अंजलि की अनोखी और भावभीनी शव यात्रा भी निकाली गई। इतना ही नहीं कुत्ते के मालिक टुन्नू गौड़ा ने खुद अपने हाथों में उसका शव लेकर रोते हुए शमशान घाट तक गए और हिंदू रीति-रिवाजों से उसका अंतिम संस्कार भी किया। जानवार और इंसान की सच्ची दोस्ती कि भला कोई दूसरी ऐसे ही मिसाल मिले या दिखे जो जरुर बताइए, हमें इंतज़ार रहेगा।