3 मिनट में नहीं बना पास्ता! महिला गई कोर्ट; कंपनी के खिलाफ 40 करोड़ रुपये का किया दावा

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    नई दिल्ली: किसी नुकसान को लेकर किसी कंपनी पर या फिर शख्स के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की है यह आपने अक्सर सुना होगा लेकिन आज जो खबर हम आपके लिए लेकर आये है वह थोड़ी अजीब है। आइए जानते है। इंस्टेंट फूड या रेडी-टू-ईट फूड… ये ऐसे फूड्स हैं जिन्हें कुछ ही मिनटों में बनाकर खाया जा सकता है। इनमें से कुछ व्यंजन आपने भी बनाए होंगे। देखा गया है कि वास्तव में इस भोजन को तैयार करने में पैकेट पर दिये गये समय से अधिक समय लगता है। ये बात तो सभी जानते हैं लेकिन एक महिला ने ऐसे फूड्स बेचने वाली एक कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। जी हां  उसने कंपनी के खिलाफ करोड़ों रुपये का दावा दायर किया है। आइए जानते है क्या है पूरा मामला… 

    आपको बता दें कि यह महिला साउथ फ्लोरिडा में रहती है। उसका नाम अमांडा रामिरेज़ है। महिला ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उसने मैक और चीज पास्ता खरीदा था। यह पास्ता माइक्रोवेव में बनाया जाना था। वह कहती हैं कि जिस पैकेट में यह पास्ता था, उससे ज्यादा समय उस पैकेट पर दिए गए समय में लगा। 

    उनके मुताबिक, पास्ता का पैकेट 3.5 मिनट में तैयार कहता है। बताया जाता है कि इतने ही मिनटों में यह पास्ता बनकर तैयार हो जाएगा, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है। इस पास्ता को बनने में अधिक समय लगता है। पैकेट पर जो समय दिया गया है वह वास्तव में पास्ता के पकने का समय है। उन्होंने कहा कि पैकेट खोलने और कटोरे में डालने में भी समय लगता है। इसलिए पैकेट पर 3.5 मिनट में तैयार होने के बजाय 3.5 मिनट खाना पकाना चाहिए था, ऐसा इस महिला का कहना है।

    18 नवंबर को, वह पास्ता की मालिक कंपनी क्राफ्ट हेंज के खिलाफ अदालत गई। उसने आरोप लगाया है कि कंपनी ने विज्ञापन में गुमराह किया है और गलत जानकारी दी है। उसने कंपनी पर 5 मिलियन डॉलर यानी करीब 40 करोड़ रुपये का मुकदमा किया है। Asianet News Hindi की एक रिपोर्ट के मुताबिक महिला द्वारा कंपनी के खिलाफ शिकायत करने के बाद कंपनी ने भी अपना पक्ष रखा है है। कंपनी ने कहा है कि महिला द्वारा दी गई शिकायत गलत हैहै। कंपनी ने कहा है कि हम इसका विरोध करते हैं और इसका जवाब देंगे।