प्रतीकात्मक तस्वीर
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    अमेरिका: आज के समय में विज्ञान (Science) बहुत आगे बढ़ गया है। इंसान की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए आज के समय के कई तरह के शानदार डिवाइस भी बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा मेडिकल विभाग (Medical Department) में भी साइंस बहुत आगे निकल गया है। जिन बीमारियों का इलाज हो पाना मुश्किल होता है, आज के समय में वह आसानी  हैं। कुछ इसी तरह का नमूना एक बार फिर देखने मिला है। अमेरिका में डॉक्टरों की एक टीम ने अस्थायी तौर पर सुअर की किडनी (Pig kidney) को इंसान में ट्रांसप्लांट (Transplants) किया है, जो बिलकुल सफल रहा है। 

    यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। इस सर्जरी में शामिल हुए सर्जन भी इसे चमत्कार (Miracle Surgery) ही मान रहे हैं। बता दें कि, यह सर्जरी 25 सितंबर 2021 को हुई थी। जिसमें एक आनुवंशिक रूप से संशोधित (genetically modified) डोनर जानवर की किडनी वेंटिलेटर के भरोसे जिंदा एक ब्रेन डेड पेशेंट में लगाई गई थी। डॉक्टर्स ने ऐसा करने से पहले मरीज के परिवार वालों से रजामंदी भी ली थी। परिवार ने भी मेडिकल एडवांसमेंट के नाम पर इसके लिए इजाजत दी थी। 

    लांगोन स्थित न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय स्थित ट्रांसप्लांट इंस्टीट्यूट के निदेशक रॉबर्ट मोंटगोमरी ने एक इंटरव्यू में बताया कि, इंसान में जानवर की किडनी ने ठीक उसी तरह से काम किया, जिस तरह से इसे करना चाहिए। इस किडनी ने अंदर की गंदगी को हटाया और मूत्र बनाया। इस किडनी ने क्रिएटिनिन अणुओं की संख्या को कम करने में भी मदद की। यह सर्जरी लगभग दो घंटे तक चली थी। जिसमें रॉबर्ट का साथ कई डॉक्टर्स ने दिया। उन्होंने सुअर से ली गई किडनी (Organ Donation) को मरीज की रक्त वाहिकाओं से जोड़ा, ताकि वे इसकी जांच और बायोप्सी के लिए सैंपल ले सकें।

    बता दें कि, जिस मरीज की बॉडी पर यह एक्सपेरिमेंट किया गया है, वह मरने के बाद अपना अंग दान करना चाहता था, लेकिन डॉक्टर्स ने जब  उसका शरीर अंग दान करने की स्थिति में नहीं है तो परिवार को उस समय काफी निराशा हुई। डॉक्टरों ने उन्हें दान करने का एक और तरीका बताया तो उन्होंने चैन की सांस ली। मरीज को वेंटिलेटर से हटा दिया गया और 54 घंटे के टेस्ट के दौरान उसकी मौत हो गई।