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नई दिल्ली. वैसे तो कमोबेश ऐसा होता है कि जब भी किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो उसके मुंह में गंगाजल डाला जाता है। दरअसल ऐसी मान्यता है कि, मुंह में गंगाजल डालने से यम के दूत यानी यमदूत मृतक की आत्मा को सताते नहीं हैं। लेकिन अब हम ऐसा कहें कि, अंतिम संस्कार से पहले किसी मृतक के मुंह में गंगाजल की जगह शराब डाली गई हो, तो…

जी हां, आपने दुरुस्त सुना कि, ऐसा ही एक किस्सा उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के संभल (Sambhal) जिले से सामने आया है। यहां एक व्यक्ति की मौत के बाद उसके बेटों ने उसकी सबसे पसंदीदा चीज पिलाकर उसी अंतिम विदाई दी है। दरअसल परिजनों ने कहा कि, गंगाजल से तो नहीं पता, लेकिन अंतिम यात्रा के समय शराब पिलाने से उनकी आत्मा को जरूर से शांति मिलेगी और वे बैकुंठ जरुर पहुंचेंगे।

जानकारी के अनुसार संभल शहर के हल्लू सरायं मोहल्ले के रहने वाले गुलाब सिंह (65) शराब पीने के आदी थे। उनकी सुबह भी शराब पीने के साथ और रात की नींद भी शराब पीने के बाद ही होती थी। परिवार वालों ने गुलाब सिहं की शराब छुड़ाने के लिए न जाने किन-किन डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन उन्होंने शराब पीना बंद नहीं किया। थकहारकर परिजन भी शांत बैठ गए।

वहीं 8 मार्च होली वाले दिन अधिक शराब पीने से गुलाब सिंह बेहोश हो गए। परिजन आनन-फानन में उनको डॉक्टर के पास ले गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन अस्पताल से उनका शव वापस घर लेकर चले आए। घर पर जब उनके अंतिम संस्कार की तैयारी के साथ परिजन शव को लेकर गंगा घाट पहुंचे।

यहां चिता में आग लगाने से पहले गुलाब सिंह के बेटों ने उनके मुंह में गंगाजल की जगह शराब की बूंदें डालीं। यही नहीं अंतिम शव यात्रा में पहुंचे कुछ लोगों ने भी मृतक को शराब पिलाकर अंतिम विदाई भी दी।

मामले पर गुलाब सिंह के बेटे बंटी ने बताया कि, उनके पिता शराब पीने के भयंकर शौक़ीन और आदी थे। उनकी यही इच्छा थी कि अंतिम संस्कार से पहले उनके मुंह में गंगाजल की जगह पर शराब डाली जाए । आब उनकी मौत पर इसी इच्छा का हम लोगों ने आज पालन किया है।

हालांकि प्राचीन काल से कहावत है कि, अंतिम संस्कार और अंतिम वक्त में व्यक्ति की अगर अंतिम इच्छा पूरी करें तो वह सीधे स्वर्ग जाता है। ऐसे में अब गुलाब सिंह के बेटों को लगता है कि उनके पिता अब जहां होंगे ‘खुश’ ही होंगे।