file
file

    Loading

    नई दिल्ली: हमारे देश में डॉक्टर को भगवान का रूप कहा जाता है, क्यों की वे बड़े से बडे बिमारियों से मरीज को बहार निकलते है और एक सेहतमंद जीवन देते है। ऐसे में शारीरिक समस्या छोटी हो या बड़ी हम डॉक्टर के पास जाते है, ताकि हमारे शारीरिक समस्याओं का समाधान हो और हम इसके लिए डॉक्टर पर बहुत भरोसा भी करते है, लेकिन अमेरिका से जो खबर सामने आयी है उससे डॉक्टरी पेशा को दाग लगाया है, वहां के डॉक्टर ने पैसे कमाने के लिए जो किया है वह बेहद चौंकाने वाली और बेहद अमानवीय घटना है। आइए जानते है इस पूरी खबर के बारे में… 

    डॉक्टर का शर्मनाक कारनामा

    दरअसल अमेरिका (US) में  एक बुजुर्ग डॉक्टर (Dentist fooled patients for profit) के पास भी मरीज बेहद भरोसे के साथ आते थे ताकि डॉक्टर उन्हें ठीक कर देगा। लेकिन इस डॉक्टर ने जो किया उसके बारे में  मरीज कभी सोच भी नहीं सकते। जी हां उन्हें इस बात का बिल्कुल अंदाज़ा नहीं था कि डॉक्टर न सिर्फ उनकी परेशानी बढ़ा रहा है, बल्कि लंबे-चौड़े बिल (Doctor Damages Patients teeth for profits) भी उनके नाम पर बना रहा है।

    10 सालों से मरीजों  के लूट रहा था पैसे

    बता दें कि अमेरिका के इस डॉक्टर का नाम डेंटिस्ट स्कॉट चैमोली (Scott Chamolli)  है, जिनकी उम्र  61 साल है ये अमेरिका के विंस्कंसिन (United States, Wisconsin) में रहते हैं और उन्हें हाल ही में ऐसे मामले में दोषी पाया गया है, जो किसी भी डॉक्टर के पेशे के लिए अच्छा नहीं है। बता दें कि उन पर अपने मरीजों के साथ फ्रॉड करने का आरोप है। वो पिछले 10 साल से लोगों को इलाज के नाम पर बेवकूफ बना रहा था और उनका फायदा उठाता था, अब इस बात का खुलासा हो गया है।

    पहले बड़ा था दर्द, और फिर…. 

    दरअसल स्कॉट चैमोली (Scott Chamolli) पर पिछले 10 साल से हेल्थकेयर फ्रॉड करने का आरोप है। अच्छा-खासा एक्सपीरियंस रखने वाले डेंटिस्ट ने लोगों के दांतों ज़बरदस्ती ड्रिलिंग करके और उन्हें तोड़कर पैसे कमाए। पहले वो खुद ही ज़बरदस्ती की परेशानियां पैदा करता था और फिर गैर-ज़रूरी ट्रीटमेंट करके उनका बिल बनाता था। जिन लोगों के दांत ठीक भी होते थे, उन्हें डॉक्टर यकीन दिला देता था कि कुछ ट्रीटमेंट की ज़रूरत है। इसके बाद वो उनका लंबा-चौड़ा बिल बनाता था। इस तरह ये लंबा चौड़ा बिल मरीजों के नाम पर फाड़ता था।

     

    साल 2019 में हुआ फंदा फोड़ 

    डॉक्टर की घिनौने कारनामे का पता साल 2019 में चला। जब डॉक्टर अपनी प्रैक्टिस को बेचना चाहता था, तब नए ओनर्स ने उसकी फाइल्स चेक की तो 3 साल के अंदर इतनी सारी सर्जरी और प्रोसिजर देखकर उनका दिमाग घूम गया। डॉक्टर ने 100 मरीजों में कम से कम 6 क्राउन्स लगाए थे, इसका औसत 32 क्राउन/100 मरीज़ था। वकील जूली स्टीवर्ट के मुताबिक वो ज्यादातर मरीज़ों का बैकग्राउंड देखकर इलाज करता था। डॉक्टर की असिस्टेंट रह चुकी एक लड़की ने बताया कि वो ज़बरदस्ती की सर्जरी देखकर हैरान रह जाती थी। डॉक्टर को इस मामले में दोषी पाया गया है और उन्हें सज़ा के तौर पर 20 साल की जेल हुई है। अब सवाल ये है कि वाकई में हमें डॉक्टरों पर आंख मूंद कर भरोसा करना चाहिए?