नई दिल्ली: हाल ही में महाराष्ट्र के आराध्य दैवत छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ी एक बड़ी खबर अमेरिका से सामने आ रही है। बता दें कि उत्तरी अमेरिका में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति चोरी होने की घटना सामने आई है। दरअसल छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति कैलिफोर्निया के सैन जोस के एक बगीचे से चोरी हो गई है। इस घटना को लेकर वहां के प्रशासन ने एक ट्वीट के जरिए जानकारी दी है कि यह मूर्ति ग्वाडालूप रिवर पार्क के प्रसिद्ध हिस्से से गायब है। उन्होंने इस बात की जानकारी जारी की है। यह प्रतिमा कब चोरी हुई इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है।
ग्वाडालूपे रिवर शिवाजी महाराज की मूर्ति चोरी
मिली जानकारी के मुताबिक इस बात का खुलासा सैन जोस पार्क विभाग ने ट्विटर के जरिए किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि, ‘ग्वाडालूपे रिवर पार्क में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गायब हो गई है। इस बारे में उन्होंने कहा है कि हमें इस बारे में बताते हुए दुख हो रहा है, लेकिन यह मूर्ति कब चोरी हुई? इस बारे में अभी जानकारी स्पष्ट नहीं है।
उत्तरी अमेरिका में एक मराठा शासक की एकमात्र मूर्ति
छत्रपति शिवाजी महाराज के इस मूर्ति के बारे में यह जानकारी है कि पुणे की यह महाराज की मूर्ति अमेरिका में सैन जोश बहनों को भेंट की गई थी। साथ ही आपको यह भी बता दें कि यह उत्तरी अमेरिका में एक मराठा शासक की एकमात्र मूर्ति थी। इस घटना के बाद पूरे शहर में कड़ी नाराजगी जताई है। इस बीच, हम मूर्ति की तलाश कर रहे हैं ऐसा पार्क प्रशासन ने बताया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि हम मूर्ति को जल्द से जल्द खोज लेंगे। घटना की जांच की जा रही है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
We regret to inform our community that the Shri Chhatrapati Shivaji Maharaj statue at Guadalupe River Park is missing. If you have information regarding the missing statue, please report it to the non-emergency SJPD number at 408-277-8900. pic.twitter.com/DzVl8qTXmM
— San José Parks & Rec (@sjparksandrec) February 3, 2023
शिव प्रेमियों में नाराजगी
पूरी दुनिया जानती है कि छत्रपति शिवाजी महाराज का इतिहास बहुत लंबा है। 16वीं शताब्दी में उन्होंने इस्लामिक आक्रमणकारियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और मराठा साम्राज्य की स्थापना की। वह न केवल एक महान योद्धा थे बल्कि उनकी वीरता, रणनीति और कौशल सभी के लिए प्रेरणा थे। उन्होंने हमेशा स्वराज्य के हितों के लिए संघर्ष किया। उन्होंने मराठी विरासत के संरक्षण पर जोर दिया। इस वजह से शिव प्रेमियों ने उनकी मूर्ति चोरी होने पर नाराजगी जताई है।