कभी जंगल में 40 साल रहे स्वस्थ, लेकिन इंसानों के बीच सिर्फ 8 साल ही रहे जिन्दा

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    नयी दिल्ली. एक बड़ी ही दुखद समाचार के अनुसार, कभी जंगल में पले-बढ़े ‘रियल लाइफ टार्जन (Real Life Tarzan)’ की इंसानों के बीच सिर्फ 8 साल गुजारने के बाद ही अचानक मौत हो गई। दरअसल आधुनिक दुनिया से अलग और दूर जंगल में 40 साल तक एक सुकून वाली जिंदगी बिताने वाले हो वैन लैंग (Ho Van Lang) के बारे में लोगों को 8 साल पहले ही पता लगा था और फिर उन्हें इंसानी सभ्यता के बीच लाया गया था।

    यूँ तो हो वैन लैंग (Ho Van Lang) जंगल में बेहद स्वस्थ जीवन जी रहे थे, लेकिन इंसानों के बीच आने के महज 8 साल में ही लैंग को लीवर का कैंसर हो गया और उसी से उनकी बाद में मौत हो गई। बीते सोमवार यानी 6 सितंबर को लैंग ने अपनी अंतिम सांस ली। 

    दरअसल ‘द सन’ की रिपोर्ट की मानें तो, साल 1972 में वियतनाम युद्ध के दौरान अमेरिकी बमबारी में हो वैन लैंग (Ho Van Lang) की मां और अन्य दो भाइयों की की मौत हो गई थी। इसके बाद अपने छोटे से बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए लैंग के पिता उन्हें लेकर जंगलों में छिप गए और तब से ही यह बाप-बेटे जंगल में रहने लगे। कहा जाता है उस समय उस समय लैंग की उम्र सिर्फ 2 साल की ही थी। 

    बताया जाता है कि हो वैन लैंग (Ho Van Lang) ने पिता के अलावा अपने जीवन में कभी भी किसी दूसरे इंसान को देखा ही नहीं था। वहीं लैंग को इंसानी सभ्यता, पहनावा, खान-पान के बारे में भी कोई जानकारी नहीं थी। वह तो जंगल में मिलने वाली चीजें खाकर और पेड़ों के पत्ते व छाल पहनकर ही आसानी से रहते थे। 

    वहीं इन बेहद घने जंगलों में रहते हुए हो वैन लैंग (Ho Van Lang) और उनके पिता यहाँ की फल, सब्जियां, शहद और कई तरह की मांस ही खाते थे। उनके खाने में बंदर, चूहे, सांप, छिपकली, मेंढक, चमगादड़, पक्षियों और मछली सहित कई तरह के मांस भी शामिल होते थे।

    इसके अलावा एक बड़ी दिलचस्प बात ये थी कि हो वैन लैंग (Ho Van Lang) ने कभी भी किसी महिला को नहीं देखा था और इसकी विषय में उन्हें कोई जानकारी भी नहीं थी। इंसानों के बीच आने के बाद जब उनसे महिला के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि, उनके पिता ने तो इसके बारे में उन्हें कभी कुछ नहीं बताया है। 

    ख़बरों की मानें तो ‘डू कास्टवे’ नाम की एक कंपनी, जो लोगों को जंगलों में रहने के ट्रिक्स सिखाती है। इंसानों के बीच आने के बाद उस कंपनी के एलवरो सेरेजो ने ही पहले हो वैन लैंग (Ho Van Lang) से मुलाकात की थी। उन्होंने बताया कि उनकी असमय मौत शायद इंसानी दुनिया में आने के बाद हुए बदलाव के कारण हुई है।

    उनके अनुसार अब लैंग तैयार खाद्य पदार्थ खाने लगे थे और शराब का भी जमकर सेवन करने लगे थे। उन्होंने आखिर में यह भी कहा कि,” मैं लैंग के जाने से बहुत दुखी हूं, लेकिन मेरे लिए उनका जाना भी शायद उनकी एक मुक्ति है, क्योंकि मुझे पता है कि वह बीते कई महीनों से कैंसर से पीड़ित थे।