नई दिल्ली: कहते है न कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। ऐसा ही एक कोशिश बिहार (Bihar) की बेटी कर रही है। बिहार के जमुई में 10 साल की मासूम बच्ची (10 Year Old Girl) सीमा (Seema) एक पैर पर 1 किलोमीटर कूदती हुई स्कूल जाती है। सीमा अपने परिवार के साथ खैरा प्रखंड के नक्सल प्रभावित इलाके के फतेपुर गांव में रहती है।
दरअसल, 2 साल पहले एक एक्सीडेंट में सीमा ने अपना एक पैर गंवा दिया था। इसके बाद भी सीमा ने हार नहीं मानी। उसके एक पैसे के सहारे ही अपनी जिंदगी जीने का फैसला लिया। सीमा के इस फैसले में उसके माता-पिता भी उसके साथ है। सीमा स्कूल जाने से लेकर अपना सारा काम खुद ही करती है। सीमा के पिता दूसरे प्रदेश में मजदूरी करते हैं और मां गांव में मजदूरी कर घर चलाती है।
10 साल की सीमा (Seema) की मां बेबी देवी ने बताया कि, उनके 6 बच्चे हैं और सीमा दूसरे नंबर पर है। 4 साल पहले ईंट भट्ठे पर जाने के दौरान सीमा ट्रैक्टर के नीचे आ गई थी, जिस वजह से उसका पैर कट गया था। उस वक्त ऐसा लग रहा था कि, सब खत्म हो गया अब हमारी बेटी को पूरी जिंदगी सहारे की जरूरत पड़ेगी। बस यही सोच सोचकर हम अपना जीवन जी रहे थे।
सीमा की मां ने बताया कि, आसपास के बच्चों को स्कूल जाते देख सीमा को भी पढ़ने की इच्छा हुई। सीमा को स्कूल भेजने के लिए हमने घर का एक किलो चावल बेचा और उसके लिए किताबें खरीदी। उसके बाद से वह रोज स्कूल जाने लगी साथ ही घर के काम में भी हाथ बंटाने लगी।
अब यह अपने एक नहीं दोनो पैरों पर क़ूद कर स्कूल जाएगी।
टिकट भेज रहा हूँ, चलिए दोनो पैरों पर चलने का समय आ गया। @SoodFoundation 🇮🇳 https://t.co/0d56m9jMuA— sonu sood (@SonuSood) May 25, 2022
एक पैर के सहारे जिंदगी जी रही सीमा पढ़-लिखकर टीचर बनना चाहती है। वह अपने गांव के बच्चों को पढ़ाना चाहती है। सीमा को पढ़ाने वाले टीचर गौतम गुप्ता ने बताया कि, जब सीमा पहली बार स्कूल आई थी, तब उसके पास पढ़ने के लिए कॉपी किताब कुछ नहीं था। उन्होंने सीमा को डांटकर कहा कि जाओ पढ़ने के लिए किताब और कॉपी लेकर आए। इसके बाद सीमा उठकर चली गई। उन्होंने देखा कि वो कुछ अजीब तरीके से चल रही है।
इसके बाद टीचर ने क्लास के बच्चों से पूछा कि आखिर सीमा को क्या हुआ है। वो ऐसे क्यों चल रही है, इस पर बच्चों ने बताया कि उसका पैर कट गया है। टीचर को लगा कि चोट की वजह से कट गया होगा। लेकिन बच्चों ने बताया कि, सीमा का पैर कट कर अलग हो गया है इसलिए वो ऐसे चलती है। इसके बाद टीचर ने तुरंत ही सीमा को बुलवाया और गले से लगा लिया।
टीचर गौतम गुप्ता ने बताया कि, एक बार उन्होंने क्लास में किसी बच्चे से सीमा के लिए पानी लाने के लिए कहा। लेकिन, सीमा ने मना कर दिया और वो खुद ही पानी पीने गई और अपनी दोस्त की बोतल को भरकर लेकर आई। सीमा पढ़ाई में बहुत होशियार है। अगर प्रशासन सीमा की मदद करे तो वो खेल-कूद में काफी आगे जा सकती है। हम चाहते हैं कि सरकार सीमा की मदद करें। वहीं सीमा भी मजबूत इरादे के साथ जिंदगी की लड़ाई लड़ रही है। उसका कहना है कि पैर के कट जाने से भी उसे कोई गम नहीं है।
वहीं, सोशल मीडिया पर सीमा का वीडियो वायरल होने के बाद बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने इस बच्ची के हौसले को सलाम किया है। सीमा के बुलंद हौसले को देखते हुए सोनू सूद ने उसकी मदद करने का फैसला किया है। एक्टर ने ट्वीट करते हुए लिखा- अब यह अपने एक नहीं दोनों पैरों पर कूद कर स्कूल जाएगी। टिकट भेज रहा हूं, चलिए दोनों पैरों पर चलने का समय आ गया।