नई दिल्ली: एक बेहतर व्यक्तिमत्व दखने के लिए खुदको अच्छे से प्रेजेंट करने के लिए जूते बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है, वैसे तो डांस और एक्टिंग से जुड़े कई पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होते है लेकिन इन दिनों जुतों को लेकर सोशल मीडिया (Social Media) पर जो पोस्ट किया है वह तेजी से वायरल (Viral) हो रहा हैं। आइए जानते है इस वायरल पोस्ट के बारे में पूरी जानकारी…
जूतों के डॉक्टर होने का दावा
आपको बता दें कि इन दिनों जूतों के डॉक्टर नरसीराम (Doctor Narsiram) की चर्चा फिर से होने लगी है। दरअसल, जूतों के डॉक्टर होने का दावा उन्होंने खुद एक होल्डिंग के माध्यम से किया है। जी हां नरसीराम की दुकान के होल्डिंग की तस्वीर फिर से वायरल होने लगी है। लोग इस पर अलग-अलग तरह के अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। ऐसे में कुछ लोग नरसीराम की क्रिएटिविटी से बहुत प्रभावित हैं। लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए उन्होंने अपनी दुकान के होल्डिंग पर जो लिखा उसकी तारीफ बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने भी की और बाद में नरसीराम की मदद भी की है, जो अब फिर से चर्चा में बने हुए है।
जर्मन तकनीक करते है जख्मी जूतों का इलाज
जाइए कि हमने आपको बताया सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें जूतों की मरम्मत करने वाला एक शख्स बैठा हुआ दिख रहा है। उसके पीछे जो होल्डिंग लगा है, उसपर लिखा है कि जख्मी जूतों का अस्पताल- डॉ. नरसीराम. वहां, ओपीडी के खुलने और बंद होने का समय भी लिखा है। ओपीडी खुलने का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक है। फिर 1 से 2 बजे तक लंच रहता। फिर दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक जख्मी जूतों के अस्पताल की ओपीडी खुलती है। साथ में ये भी दावा किया गया कि जूतों का इलाज जर्मन तकनीक से किया जाता। इस अनोखेपन को देखते हुए यूजर्स भी हैरान है।
आनंद महिंद्रा ने दिया ये गिफ्ट
जानकारी के लिए आपको बता दें कि ये फोटो करीब 5 साल पुरानी। ये वायरल तस्वीर देखने के बाद आनंद महिंद्रा ने भी जूतों की मरम्मत करने वाले नरसीराम की तारीफ की थी और उनकी मदद की थी। आनंद महिंद्रा ने नई पोर्टेबल दुकान ही नरसीराम को गिफ्ट कर दी थी और ट्वीट किया था कि आशा है कि नरसीराम को उनको अपना नया वर्कप्लेस पसंद आएगा। ऐसे में जूतों के डॉक्टर नरसीराम फिर से चर्चा में बने हुए है।
Recall my tweet about Narseeji,the cobbler?Our team in Harayana met him&asked how we could help.A simple&humble man.Instead of asking for money,he said he needed a good workspace. I asked our Design Studio team from Mumbai to design a kiosk that was functional&yet aesthetic.(1/2) pic.twitter.com/Oefr69yAy1
— anand mahindra (@anandmahindra) April 28, 2018
आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर कहा…
आनंद महिंद्रा ने कहा- ”नरसीजी, मोची के बारे में मेरा ट्वीट याद करें? हरियाणा में हमारी टीम ने उनसे मुलाकात की और पूछा कि हम कैसे मदद कर सकते हैं। एक सरल और विनम्र आदमी। पैसे मांगने के बजाय, उन्होंने कहा कि उन्हें एक काम के लिए एक अच्छी जगह की आवश्यकता है। मैंने मुंबई से हमारी डिज़ाइन स्टूडियो टीम को एक ऐसा कियोस्क डिज़ाइन करने के लिए कहा जो कार्यात्मक होने के साथ-साथ सौंदर्यपूर्ण भी हो
यहां है जख्मी जूतों का अस्पताल
इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक, नरसीराम का जख्मी जूतों का ये अस्पताल हरियाणा के जींद में है। आनंद महिंद्रा ने जख्मी जूतों के अस्पताल की फोटो देखने के बाद, इस धांसू आइडिया के लिए नरसीराम को आईआईएम में टीचिंग फैकल्टी का दर्जा देने की मांग तक कर दी थी। हालांकि, दोबारा वायरल हो रही पुरानी तस्वीर पर लोग मजेदार रिएक्शन दे रहे हैं और जख्मी जूतों के अस्पताल के लिए नरसीराम की सराहना कर रहे हैं। इस वायरल पोस्ट को लेकर आपका क्या कहना है।