वर्धा. वर्धा यह महात्मा गांधी व विनोबा भावे की कर्मभूमि के रूप में पहचानी जाती है़ शांतिप्रिय जिले के रूप में भी वर्धा की पहचान है, परंतु पिछले कुछ वर्षों में जिले में अपराधिक गतिविधिया बढ़ गई है़ कोरोना संकटकाल के दूसरे वर्ष में भी हत्या, चोरी, लूटपाट जैसी वारदातें घटी है़ पिछले छह माह में जिले में करीब 14 हत्या व 22 अत्याचार की घटना सामने आयी़ परंतु पिछले साल की तुलना में महिला अत्याचार के प्रकरणों में कमी दिखाई दे रही है.
बता दें कि अन्य जिलों की तुलना में जिले में गैंगवार की वारदातें काफी कम है़ पुलिस विभाग का असामाजिक तत्वों पर खासा नियंत्रण होने की बात आंकड़ों से स्पष्ट होती है़ परंतु महिलाओं से छेड़छाड़, नाबालिगों पर दुराचार जैसी घटनाओं से जिले की छवि मलिन होते जा रही है़ जिले में कई ऐसे मामले सामने आये हैं, जिससे इन्सानियत शर्मसार हुई है़ ऐसी घटनाओं पर नियंत्रण पाने जिले का पुलिस महकमा विशेष प्रयासरत है.
विनयभंग के 92 प्रकरण भी उजागर
जिले में 1 जनवरी से जून 2021 इस छह माह में हत्या की 14 वारदातें सामने आयी है़ इसके अलावा महिला अत्याचार के 22 व विनयभंग के 92 प्रकरण सामने आये़ चोरी के 250 व लूटपाट के 22 प्रकरण हुए है़ इसमें कई प्रकरणों का पुलिस ने पर्दाफाश किया है़ इसके अलावा हत्या की कोशिश के 13 प्रकरण दर्ज है़ पिछले कुछ दिनों में दो गुटों में हमले की घटनाएं भी सामने आ रही है़ विशेष कर जिले के हिंगनघाट व वर्धा तहसील में इन वारदातों की संख्या अधिक है.
2.70 करोड़ का माल किया गया जब्त
पुलिस ने पिछले छह माह में अवैध शराब बिक्री व ढुलाई करने वालों के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया़ इसमें 2789 केसेस दर्ज किये गए़ पुलिस ने करीब 2 करोड़ 69 लाख 73 हजार 653 रुपए का माल जब्त करने की जानकारी है.
छेड़छाड़ के 92 मामले किए गए दर्ज
शहर में इन दिनों में महिला व युवतियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आ रही है़ इस पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने विशेष प्रयास करने की जरूरत है़ पिछले छह माह में महिलाओं पर अत्याचार के 22 व छेड़छाड़ के 92 प्रकरण दर्ज किये गए है.
हत्या : 14
अत्याचार : 22
हत्या की कोशिश : 13
लूटपाट : 22
चोरी : 250
छेड़छाड़ : 92