- 19.54 दलाघमी अतिरिक्त होगा जलसंग्रह
- बांध में लगाए जाएंगे 34 स्वयंचलित गेट
- दो दशकों से शासन के पास लंबित था प्रश्न
वर्धा. जिले के पालकमंत्री सुनील केदार ने कहा कि दो दशकों से अधर में अटके धाम बांध की ऊंचाई बढ़ाने का रास्ता साफ हो गया है़ पर्यावरण तथा वन विभाग की अनुमति मिलने के कारण जल्द वास्तविक रूप से बांध की ऊंचाई बढ़ाने का कार्य आरंभ होगा़ ऊंचाई बढ़ने के कारण वर्धा शहर सहित 26 गांवों की पेयजल समस्या हल होगी़ वर्धा शहर व आसपड़ोस के गांवों को धाम बांध से जलापूर्ति की जाती है़ बीते कुछ वर्षों में शहर व परिसर का नागरिकरण तेजी से हुआ है, जिससे जलसमस्या निर्माण होने लगी है़ धाम बांध में पानी आवश्यकता से कम संचित होने के कारण ग्रीष्मकाल में पानी की किल्लत निर्माण होती थी़ भविष्य में यह समस्या ओर जटिल होने की आशंका थी.
1999 में बनाया गया था ऊंचाई बढ़ाने का प्रस्ताव
धाम बांध की ऊंचाई बढ़ाने के संदर्भ में दो दशक पहले मांग हो रही थी़ परिणामवश भविष्य का आकलन करते हुए बांध की ऊंचाई बढ़ाने के संदर्भ में प्रस्ताव तैयार किया गया था़ वहीं सरकारी स्तर पर विविध कारणों से अनुमति नहीं मिलने से ऊंचाई बढ़ाने का मार्ग रूक गया था.
वन व पर्यावरण विभाग ने खड़ी की थी रूकावट
ऊंचाई बढ़ाने के लिए पर्यावरण व वन विभाग की अनुमति आवश्यक थी़ परंतु दोनों विभागों की ओर से यह अनुमति रोकी गई थी़ पालकमंत्री केदार ने इस दिशा में व्यापक प्रयास करने के कारण पर्यावरण विभाग ने 19 फरवरी 2020 को तथा वन विभाग ने 6 जुलाई 2020 को ऊंचाई बढ़ाने को मंजूरी प्रदान की़ साथ ही प्रस्ताव को 10 मई 2021 को प्रशासकीय मान्यता मिलने के कारण निविदा भी जारी की गई़ फलस्वरुप प्रकल्प की बाधा दूर हो गई है.
पालकमंत्री ने की विकास कार्यों की समीक्षा
धाम बांध के कार्य की सोमवार को पालकमंत्री ने समीक्षा की़ बैठक में जिले के सभी विधायकों के साथ ही जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे़ अब इस बांध की ऊंचाई 1.90 मीटर तक बढ़ेगी़ बांध को 34 स्वयंचलितगेट लगाये जाने वाले है़ इससे 19.54 दलाघमी अतिरिक्त जल संचय होने में मदद मिलेगी़ इससे 26 गांवों के पानी समस्या का हल स्थायी रूप से हल होने वाला है.
खेतों की सिंचाई का बढ़ेगा क्षेत्र
बांध में अतिरिक्त जलसंचय होने के कारण इसका लाभ परिसर के किसानों को भी मिलेगा़ अतिरिक्त जल के कारण कई सैकड़ों एकड़ जमीन सिंचाई के दायरे में आएगी, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी.
उद्योगों को मिलेगा आवश्यक पानी
वर्तमान में शहर व परिसर में स्थापित उद्योगों को धाम बांध तथा बैरेज से पानी उपलब्ध कराया जाता है़ पानी की कमी के चलते अनेक उद्योगो के सामने संकट निर्माण हुआ था़ हाल ही में शहर से सटे उत्तम स्टील वैल्यू कंपनी ने हिंगनघाट समीप के वणा नदी तट से पाइप लाइन बिछाई थी, जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ था़ धाम बांध में अतिरिक्त जल संचय होने के कारण नए उद्योगों को इसका लाभ मिलेगा़ परिणामवश नए उद्योग स्थापित होने का मार्ग खुला हो जाएगा.