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    वर्धा. जिले में इस बार समय पर मानसून का आगमन हुआ. जिससे बांधो के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है. लगातार चार दिनों तक जिले में बारिश होने से बांधो में जलसंग्रह बढा गया है. 13 जून तक जिले के सभी बडे बांधो में 40.36 फीसदी उपयुक्त जलसंचय हुआ. जिसमें बोर बांध 41.90 फीसदी, निम्न वर्धा 58.38 फीसदी, धाम प्रकल्प 28.75 फीसदी, पंचधारा प्रकल्प 23.31 फीसदी, डोंगरगांव प्रकल्प 20.65 फीसदी, मदन प्रकल्प 36.17 फीसदी, लाल नाला 12.45 फीसदी, वर्धा कार नदी प्रकल्प 18.99 फीसदी जलसंचय हुआ है.

    तीन बांध अभी भी प्यासे

    जिले के तीन बांध अभी भी प्यासे है. जिसमें पोथरा प्रकल्प में मात्र 0.86 फीसदी, मदन उन्नई प्रकल्प तथा सुकली लघु प्रकल्प में अबतक जलभंडार ही नही हुआ है. जिससे तीनों बांध अभी भी प्यासे है.

    20 में से 2 लघु बांध सूखे

    जिले में 20 लघु बांध है, उनमें से दो लघु बांध पूरी तरह से सूखे पडे है. जिसमें परसोडी तथा टाकली बोरखेडी बांध का समावेश है. कवाडी बांध में 14.31 फीसदी, सावंगी बांध 35.83 फीसदी, लहादेवी 24.81 फीसदी, पारगोठाण 35.25 फीसदी, अंबाझरी 16.38 फीसदी, पांजरा बोथली 30.84 फीसदी, एमार 19.15 फीसदी, टेंभरी  7.68 फीसदी, आंजी बोरखेडी 39.57 फीसदी, दहेगांव गोंडी 50.49 फीसदी, कुर्हा 25.56 फीसदी, रोठा एक 24.74 फीसदी, रोठा दो 24.28 फीसदी, आष्टी 34.57 फीसदी, पिलापुर 33.67 फीसदी, कन्नमवारग्राम 7.70 फीसदी, मलकापुर 26.49 फीसदी, हराशी 18.39 फीसदी जलसंचय है. छोटे बांधो में कुल 25.17फीसदी जलसंचय हुआ है.

    24 घंटे में 6.51 मिमी बारिश

    गत 24 घंटे में वर्धा शहर सहित जिले के अधिकांश क्षेत्र में बारिश ने विश्रांति ली. शनिवार रात से बारिश रुक गई है. रविवार को दिनभर धुप-छांव का खेल चलता रहा. केवल तीन स्थानों पर बारिश दर्ज हुई. जिसमें समुद्रपुर में 75 मिमी, आर्वी में 86 मिमी व कारंजा में 4.20 मिमी बारिश हुई. जिसका औसत 0.81 फीसदी रहा. अन्य क्षेत्र में बारिश नही हुई.