29 साल से फरार आरोपी गिरफ्तार, त्रिपुरा कैम्प में फायरिंग का प्रकरण

    Loading

    आर्वी (सं). फरार सैनिक आरोपी को तहसील के धनोडी बहाद्दरपुर से आर्वी पुलिस ने हिरासत में लिया़ यह आरोपी पिछले 29 वर्षों से फरार बताया गया़  उसे त्रिपुरा सीआरपीएफ कैम्प के हवाले किए जाने की  जानकारी है़  पकड़ा गया आरोपी सुभाष रामकृष्ण नाखले बताया गया़  वह धनोडी बहाद्दरपुर का निवासी है़  3 जून 1992 में उसने त्रिपुरा कैम्प परिसर में रायफल से कुछ राउंड फायर किए थे. इसमें कुछ नागरिक जख्मी हुए थे.

    प्रकरण में उसके खिलाफ मामला भी दर्ज हुआ था़  तब से वह पुलिस को चकमा दे रहा था़  सुभाष यह धनोडी अपने गांव में होने की भनक आर्वी पुलिस को लगी़  इस आधार पर थाने के पुलिसकर्मी रणजीत जाधव, अनिल वैद्य, प्रदीप दातालकर, सतीश नंदागवली, अतुल गगोटफोडे, प्रभाकर वाढवे, अतुल भोयर ने उसे हिरासत में ले लिया.  

    नाम बदलकर रहता था विविध स्थानों पर

    सुभाष यह पिछले कई वर्षों से विविध ठिकानों पर नाम बदलकर रहता था़  अशोक मोरे इस नाम से गुजरात में रहता था़  इसके अलावा मुंबई, भिवंडी, जलगांव, नाशिक में भी वह निवासित था. 

    नौ वर्ष पहले मिला था धनोडी में पिता से

    1992 से फरार सुभाष 2012 में पिता रामकृष्ण को धनोडी गांव में आकर मिला था़  इस दौरान वह दो घंटे तक रूका था़  उसके आने की भनक लगने के उपरांत पुलिस दल गांव पहुंचा था़, परंतु सुभाष हाथ नहीं लगा़  तब से पुलिस के घर पर निगरानी रखे हुए है़  फलस्वरुप उसके दूसरी बार आने की जानकारी पुलिस को मिलते ही उसे पकड़ा गया. 

    फरारी के दौरान रचाया था दूसरा ब्याह

    सुभाष ने पहले पत्नी से तलाक न लेते हुए फरारी के दौरान दूसरा ब्याह रचा था़  दूसरी पत्नी से उसे छह लड़कियां तथा दो पुत्र हुए़  किन्तु इसकी जानकारी पहली पत्नी को भी नहीं थी़  पहली पत्नी से उसे एक लड़की है़  वह तामिलनाडू एसआरपीएफ में कार्यरत होने की जानकारी है.