Parents Ruckus

  • शुल्क के लिए छात्रों के रोके रिजल्ट

Loading

वर्धा. लॉकडाउन के चलते माध्यमिक शिक्षा पूरी तरह से प्रभावित हुई है. लेकिन इसके बावजूद भी स्कूलों द्वारा अभिभावकों से शिक्षा शुल्क भरने की सख्ती की जा रही है. अगर अभिभावक शिक्षा शुल्क नहीं भरते तो उनके पाल्य को शिक्षा से वंचित रखा जा रहा है. ऐसा ही वाकया शहर के पिपरी मेघे स्थित अग्रगामी स्कूल में सामने आया. जहां शिक्षा शुल्क की 2 किश्त अदा नहीं करने से सैकड़ों पालकों को स्कूल द्वारा बच्चों के रिजल्ट ही नहीं दिखाए गए, जिससे आक्रोषित हुए पालकों ने स्कूल में हंगामा मचाया. तत्पश्चात इस संबंध में शिक्षाधिकारी डा़ मंगेश घोगरे को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई करने की मांग की.

पढ़ाई 50 फीसदी, 100 फीसदी फीस कैसे भरें

पिपरी मेघे स्थित अग्रगामी हाईस्कूल द्वारा पहले सत्र की ली गई परीक्षा के परिणाम गुरुवार को घोषित किए गए. रिजल्ट लेने के लिए अभिभावकों को 1.30 बजे से बुलाया गया. परंतु जैसे ही अभिभावक रिजल्ट लेने गए, उन्हें  शुल्क भरने को कहा गया. अनेक अभिभावकों को  एक किश्त अदा करने के बाद भी दूसरी किश्त भरने की सख्ती की गई तथा  रिजल्ट नहीं दिखाए गए.

इस संबंध में अभिभावकों ने प्राचार्य से चर्चा करनी चाही, लेकिन प्राचार्य ने अभिभावकों से अपमानजनक बर्ताव किया. यहां तक कि, अगर शुल्क नहीं भरना तो टीसी लेकर जाए, ऐसा जवाब अभिभावकों को दिया.  पालकों कहना है कि, अगर हमारे बच्चों को शिक्षा 50 फीसदी मिल रही है तो फिर शुल्क हम 100 फीसदी कैसे अदा करें. शिक्षा शुल्क में सहूलियत मिलनी चाहिए. साथ ही अभिभावकों से स्कूल की प्राचार्य, कर्मियों द्वारा अच्छा बर्ताव करने की मांग की. इस संबंध में अभिभावकों ने प्राचार्य को ज्ञापन देने का प्रयास किया, लेकिन प्राचार्य अभिभावकों से मिली ही नहीं.

Parents Nivedan

कार्रवाई का आश्वासन

तत्पश्चात अभिभावकों ने माध्यमिक शिक्षाधिकारी डा़ मंगेश घोगरे से चर्चा कर कार्रवाई की मांग की.  शिक्षाधिकारी डा़ घोगरे ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.

 ज्ञापन सौंपते वक्त अभिभावक पी.एस. देवघरे, प्रणिता राजुरकर, राजेश मानकर, अनिल धोटे, नितिन शेटे, दिनेश लालवानी, ममता केने, संगीता भिंगारे, गोविंद मलिये, विलास महाकालकर, अरुण अतकरे, अविनाश अलोने, स्नेहल शेलकर, प्रमोद शेलकर, रवींद्र  साहू, किशोर सातपुते, राजेश आगदे, स्नेहल चोरे, उशा भोयर, पंकज कुमार, माया धानोरकर, गौरी पेटकर, चित्रा पेटकर सहित बड़ी संख्या में अभिभावक मौजूद थे.

पढ़ाई में बाधा निर्माण करना गलत

शिक्षा शुल्क के लिए न तो कोई स्कूल पालकों पर सख्ती कर सकती है और न ही बच्चों की पढ़ाई रोक सकती है. शिक्षा शुल्क के लिए अगर स्कूल ने विद्यार्थियों के रिजल्ट नहीं दिखाए है तो यह एकदम गलत है. पालकों को रिजल्ट दिखाना, बोनाफाइड उपलब्ध करना आवश्यक है. इस संबंध में उचित कार्रवाई की जाएगी.

-डा़ मंगेश घोगर, शिक्षाधिकारी, माध्यमिक वर्धा.