आर्वी नगराध्यक्ष व पार्षदों का विवाद, वरिष्ठों के प्रयास भी रहे विफल

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– सुर्यप्रकाश भट्टड

आर्वी. विगत कुछ दिनों से नगराध्यक्ष व पार्षदों के बिच रहा विवाद अब पुरे जोर से तूल पकड रहा है. अधिकांश पार्षद अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में होने की भनक लगते ही वरिष्ठस्तर से विवाद को सुलझाने के प्रयास शुरू हुये. पूर्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, सांसद रामदास तडस, संगठनमंत्री उपेंद्र कोठेकर, जिलाध्यक्ष डा़ शिरीष गोडे पर

जिम्मेदारी सौंपी गई. परंतु नगराध्यक्ष व पार्षदों के बिच चल गतिरोध मिटाने के नेताओं के प्रयास विफल साबीत होने की विश्वसनीय जानकारी सामने आयी है.

बता दे कि, आर्वी नप पर पुर्ण बहुमत के साथ भाजपाने कब्जा जमाया. किन्तु कुछ महिनो से नगराध्यक्ष व कुछ पार्षदों में समन्वय नहीं बन पा रहा. नतीजन कुछ दिनों पुर्व दस पार्षदों ने नगराध्यक्ष की कुसी को चप्पल की माला पहनाई. इस घटना के उपरांत  नगराध्यक्ष व पार्षदों में विवाद उभरकर आया. परिणामवश पार्टी ने नगराध्यक्ष सहित संबंधीत पार्षदों को नोटीस जारी कर जवाब मांगा. बावजुद इसके विवाद नहीं थमा़ नगराध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया. ऑनलाईन बैठक को लेकर भी तणाव की स्थिति पैदा हुई थी़. 19 पार्षदों का कहना था कि, जब 100 लोगो की बैठक सभागृह में हो सकती है, तो 30 लोगों की क्यों नही? जिससे ऑनलाईन बैठक में 23 में से 20 सदस्यों ने हिस्सा नहीं लिया. परिणामवश कोरम के अभाव से नगराध्यक्ष ने सभा रद्द कर दी. उक्त आमसभा में महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होनी थी.

इस बात से नाराज 20 सदस्यों ने चार दिन पूर्व नप सभागृह में बैठक बुलाई़ इसमें नगराध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर सभी का एकमत होने की जानकारी है1 परंतु इसकी भनक वरिष्ठों को लगने से पार्टी ने संबंधीत नेताओं को विवाद मिटाने की जिम्मेदारी सौंपी.नगराध्यक्ष व पार्षदों से चर्चा तो हुई, परंतु इस विवाद का कोई हल न निकलने की जानकारी है. नेताओं के लौटने के बाद पुन: सभी पार्षद एकत्रीत आए. सभी ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अपना मन बना लिया है, ऐसी विश्वसनीय जानकारी है. परिणामवश नगराध्यक्ष के खिलाफ किसी भी समय अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है, ऐसी चर्चा आर्वी के राजनीतिक गलिहारो में चल रही है.

नाराजी दूर की : पार्षदों तथा नगराध्यक्ष से चर्चा कर उनमें निर्माण हुई नाराजगी दूर करने का प्रयास किया गया.अब उनमें कोई मनमुटाव नही है. - भाजपा के विदर्भ संगठन मंत्री डा.उपेंद्र कोठेकर

अब मतभेद नही : गत दो दिनों से पार्षद व नगराध्यक्ष से विविध मुद्दो पर चर्चा कर उनकी नाराजगी दूर करने का प्रयास किया गया. पुर्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिती में बैठक हुई. जिसमें इस विवाद पर पुर्णविराम लगा.

विधायक दादाराव केचे, आर्वी