Customer upset due to beer bar being closed, sealed sale
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    वर्धा. जिले में करीब पांच दशकों से शराबबंदी लागू है. इसके बावजूद जिला प्रशासन ने मिनी लाकडाउन के आदेश में जिले में बार व रेस्टारेंट बंद रखे जाने के आदेश निकालने से सभी आश्चर्यचकित है. प्रशासन की लापरवाही की मंगलवार को दिनभर चर्चा जारी रही. महात्मा गांधी की भूमि होने के कारण जिले में शराबबंदी लागू की गई है. बिते पांच दशकों से शराबबंदी होने के बावजूद प्रशासन ने अपने जिले में 30 अप्रैल तक बार बंद रखे जाने के आदेश जारी किये है.

    जिले में जब बार ही नहीं है तो वह कैसे बंद रहेंगे, ऐसा प्रश्न सभी के सामने उपस्थित हुआ है. जिले में शराबबंदी होने के बावजूद शराब की गंगा बहती है. शहर व जिले में अनेक जगह खुलेआम शराब बेची जाती है. गत कुछ माह में बार की तरह ही अड्डे शुरू है. शायद उसी कारण प्रशासन ने यह निर्णय लिया होने की चर्चा है. प्रशासन के आदेश में चौपाटी की भी जिक्र किया गया है, परंतु जिले में समुंदर ही नहीं है तो चौपाटी कैसी होगी. प्रशासन के आदेश अनेक नियम व सूचना बताई गई है, जिसका कोई संबंध जिले से नहीं है.