Bor Tiger Reserve
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वर्धा. नागपुर-वर्धा की सिमा पर बसा बोर अभयारण्य शुक्रवार से पर्यटकों के लिये खुला होगा. बारिश के चलते जंगल के अनेक मार्गा पर किचड तथा अन्य समस्या निर्माण होने के कारण पर्यटक संपुर्ण जंगल सफारी का लुप्त कुछ दिन नही उठा पायेंगे.

राज्य सरकार ने सभी अभयारण्य 1 अक्टूबर से खोलने की अनुमति 15 सितंबर के आदेश से दी थी.परंतु बोर  अभयारण्य के दोनों वनपरिक्षेत्राधिकारी कोरोना संक्रमित पाये गये थे.उनके संपर्क में अन्य कर्मी आने के कारण संक्रमन का खतरा देखते हुये पेंच-बोर अभयारण्य के वरिष्ठ वन अधिकारी डा.अजीत साजने ने पत्र निकालकर बोर अभयारण्य 15 अक्टूबर तक बंद रखने के निर्देश दिये थे.तत्पश्चात बोर की जंगल सफारी करने के लिये तरसे पर्यटको एक पखवाडे के लिये राह देखनी पडी.16 अक्टूबर से बोर अभयारण्य पुन: पर्यटकों के लिये शुरू होगा.

रास्तो की समस्या

निरंतर बारीश के चलते जंगल सफारी के अनेक मार्ग पर्यटकों के लिये अनुकूल नही होने के कारण उन्हें बंद ही रखा जायेगा.तथा कुछ मार्ग बारीश के कारण पुर्ण रूप से उखड चुके है.जिससे वहां से वाहन निकालना कठीण होने से यह मार्ग बंद रहेंगे

निधी की कमी

कोरोना के कारण सरकार ने वनविभाग की निधी में कटोती करने के कारण जंगल से जुडे अनेक कार्य पुर्ण नही किये गये.जिसका खामियाजा पर्यटकों के साथ वनविभाग को भुगतना होगा.

6 टायगर,10 तेंदूएं का विचरण

बोर अभयारण्य केंद्र बोर 1 व 2 में कुल 6 टायगर तथा 10 तेंदूएं के साथ मोर, हिरन, निलगाय, जंगली कुत्ते, भालू, अन्य प्राणीयों के साथ पंछी की संख्या भी अधिक है.

7 माह से बंद थी सफारी

गत कुछ वर्षा में बोर में जंगल सफारी करनेवालों की संख्या में बढोत्तरी हुई है.किंतु कोरोना संक्रमन के कारण 22 मार्च से जंगल सफारी बंद की गई थी.परिणामवश पर्यटक ग्रीष्मकाल में जंगल सफारी का लुप्त नही उठा पाये.जिससे अब वन्यप्रेमियों के संख्या बढने की उम्मीद जताई जा रही है.

वनविभाग की आय पर असर

बोर में जंगल सफारी होने के कारण परिसर में सन्नाटा छाया था.पर्यटक नही आने से वनविभाग की आय पर भी असर हुआ था.जंगल सफारी के पर्यटक आने के कारण स्थानिय नागरिकों को रोजगार उपलब्ध हो था.अब फिर से जंगल सफारी शुरू होने से स्थानियों को रोजगार के साथ छोटे कोरोबारियों को राहत मिलेगी.

कुछ मार्ग बंद रहेंगे

बारीश के कारण कुछ सडके पर्यटकों के लिये फिलहाल बंद रहेगी.जो रास्तो ठिक है.उसी परिसर में शुक्रवार से जंगल भ्रमन शुरू होगा.पर्यटकों किसी प्रकार की तकलीफ नही हो, इसका पुरा ख्याल रखा गया है.अन्य मार्ग भी जल्द शुरू किये जायेंगे.

-निलेश गावंडे, वनपरिक्षेत्राधिकारी, बोर अभयारण्य.