किसान व ओबीसी को खत्म करने का षडयंत्र- नितीन चौधरी

  • नंदोरी में ओबीसी न्याय परिषद

Loading

हिंगनघाट. हमेशा ओबीसी समुदाय पर आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक रुप से अन्याय किया जा रहा है. इस सनातन व्यवस्था ने आज तक ओबीसी तथा किसानों के साथ भेदभाव पूर्ण नीति अपनायी है. ओबीसी की मांगो की ओर अनदेखी की जा रही है. सरकार ओबीसी व किसानों को आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक रुप से खत्म करने का षडयंत्र रच रहा है. उक्त प्रतिपादन ओबीसी मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक नितीन चौधरी ने व्यक्त किया.

नंदोरी में एक दिवसीय ओबीसी न्याय परिषद का आयोजन किया गया. उक्त समय वे बोल रहे थे. कार्यक्रम में ओबीसी संगठक एड गिरीश दादलीवार, ओबीसी न्याय परिषद के एड अर्चना पेठे, वर्धा जिला ओबीसी मुक्ति मोर्चा अध्यक्ष तुषार पेंढारकर, प्रशांत गहुकर उपस्थित थे. उन्होने विचार व्यक्त कर ओबीसी को एकत्रित आकर लडने का आहवान किया. इस अवसर पर आशा वर्कर्स, आंगनवाडी सेविका, पुलिस पटेल का सत्कार किया गया. राज्य कार्यकारिणी महिला महासचिव के तौर पर प्रा़ संगीता बढे की नियुक्ति की गई. संचालन नितीन झाडे ने किया तसफलतार्थ ओबीसी मोर्चा तहसील अध्यक्ष महेश झोटींग, हिंगनघाट तहसील अध्यक्ष तुषार भोयर, चंदा ढगे, विनोद दंदाले, अशोक आठबैले, अजित शेख ख्वाजा, प्रवीण पेठे, युवराज तांदूलकर, गणेश वैरागडे, श्रावण रोहणकर ने प्रयास किए.