कोरोना संकमण से रोजगार पर पड़ी मार

  • टेकड़ी पर्यटन पर निर्भर लोगों की बढ़ी समस्या

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गिरड. कोरोना संक्रमण के फैलाव के कारण इस समय लाकडाउन की स्थिति है. ऐसे में लोग घर पर कोरोना के खौफ में बैठे हैं. गिरड गांव में जाने-माने पर्यटन स्थल बाबा शेख फरीद दरगाह है, जिसके भरोसे सैकड़ों परिवारों का पालन पोषण होता है. डेढ़ महीने से पर्यटन स्थल बंद होने के कारण इन सभी परिवारों पर भुखमरी की नौबत आन पड़ी है.

पिछले वर्ष भी कोरोना काल में 7 महीने तक पर्यटन बंद रहा है, जिसकी वजह से यहां पर रोजी रोटी कमाने वाले दूकानदारों पर मुसीबत का पहाड़ टूटा हुआ है़ इन लोगों के कमाई का साधन यहां का पर्यटन है़ पर्यटकों के बल पर जीवन यापन करने वालें लोगों की स्थिति काफी खराब है. रविवार और छुट्टी के दिन यह संख्या काफी ज्यादा होती थी. इससे कारोबार भी चलता था. यहां काफी मात्रा में पर्यटक आते थे, जिसकी वजह यहां के लोगों की कमाई होती थी.

स्थानीय निवासियों को आजीविका का संकट

अब सब यहां ठप हैं. लाकडाउन होने की वजह से पर्यटक समझ नहीं पा रहे हैं क्या करें क्या न करें, कहां जाएं. गिरड में बाबा शेख फरीद दरगाह टेकड़ी पर्यटन स्थल भीड़ से गुलजार रहा करती थी, जो आज वीरान पड़ी हुई है़  गिरड टेकड़ी पर्यटन बंद होने के कारण वे यहां नहीं पहुंच पा रहे हैं. इससे छोटे-छोटे दूकानदारों के समक्ष भुखमरी की स्थिति है. दूसरी ओर पर्यटकों पर निर्भर बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों के सामने आजीविका का संकट पैदा हो गया है.