Crop Loss by Rain
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  • प्रशासन उदासीन, किसानों में असंतोष

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वर्धा. पिछले कुछ दिनों में जिले में बेमौसम बारिश ने दस्तक दी. इसके चलते कुछ क्षेत्रों में गेहू, चने व सब्जी फसल का भारी नुकसान हुआ. परंतु अब तक फसल नुकसान की रिपोर्ट जिला कार्यालय में प्राप्त न होने की जानकारी है. प्रशासन द्वारा नुकसान क्षेत्र का सर्वे करने में कोताई बरती जाने से किसानों में असंतोष व्यक्त हो रहा है.

जिले में खरीफ मौसम में सोयाबीन की फसल पुर्णत: नष्ट हो गई. विविध बिमारी व बोगस बीजो के कारण किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पडा. इसके बाद किसानों की उम्मीदे कपास की फसल पर टीकी थी. परंतु बोंड इल्ली व बिमारी के कारण कपास के उत्पादन में भारी कमी देखने मिली. परिणामवश तुअर पर नरजें टिकी हुई थी, किन्तु अतिवृष्टि ने तुअर की फसल भी छीन ली. रब्बी फसलों को लेकर किसानों की उम्मीद जागी थी.

गेहू व चने की फसल ठीक रहने पर आर्थिक स्थिति में सुधार आएंगा, ऐसी उम्मीद थी. परंतु पिछले कुछ दिनों से मौसम में हो रहे बदलाव का असर इन फसलों पर देखने मिला. साथ ही जिले में 16 से 18 फरवरी दौरान विविध हिस्सों में बेमौसम बारिश ने दस्तक दी. इससे गेहू, चना व सब्जी फसल का काफी नुकसान होने की जानकारी है.

देवली, हिंगनघाट, समुद्रपुर, वर्धा, सेलू तहसील में फसलों का नुकसान हुआ है़ परंतु प्रशासन द्वारा अब तक नुकसान क्षेत्र का सर्वे नहीं किया गया. इस संबंध में जिलाधिकारी कार्यालय की ओर तहसीलस्तर से नुकसान की रिपोर्ट प्राप्त न होने की जानकारी है. नुकसान क्षेत्र का सर्वे कर शीघ्र भरपाई देने की मांग किसान कर रहा है.