Rain in Wardha

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    वर्धा. जिले में गत एक सप्ताह से बारिश नदारद रहने के कारण खरीफ की फसलें मुरझाने लगी थी. वहीं कुछ बीज ही नहीं निकले थे, जिससे किसानों पर दुबारा बुआई का संकट मंडरा रहा था. वहीं सोमवार को हुई धुआंधार बारिश से फसलों को नव संजीवनी मिली है. इससे किसानों में हर्ष की लहर छा गई है.

    उल्लेखनीय रहे कि इस बार शुरूआत में अच्छी बारिश होने से जिले के वर्धा, हिंगनघाट, सेलू, आर्वी, समुद्रपुर, देवली, कारंजा घाड़गे, आष्टी शहीद तहसील में अब तक 55 फीसदी बुआई कार्य पूर्ण हो गया है, जिसमें सोयाबीन, कपास एवं तुअर फसल का समावेश है़  शुरूआती बारिश के बाद गत सप्ताह से बारिश नदारद होने से किसानों के सामने दुबारा बुआई का संकट निर्माण हो गया था. बारिश के बिना अंकुरित हुई फसल मुरझाने लगी थी. वहीं कुछ किसानों द्वारा बोये गए बीज ही नहीं उगे थे, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई थी. 

    अच्छी वर्षा का इंतजार हुआ खत्म 

    जिन किसानों के पास सिंचाई की सुविधा थी, वे किसी तरह से फसलों को संभाल रहे थे, परंतु असिंचित खेती करने वाले किसानों की मुश्किल बढ़ गई है. महंगे बीज, महंगे खाद खेतों में डालने के बाद भी बारिश के अभाव में किसानों पर दुबारा बुआई की नौबत आन पड़ी थी. इससे किसानों की नजरें आसमान पर लगी हुई थी. फसलों को बचाने किसान जद्दोजहद कर रहे थे. इस दौरान रविवार व सोमवार को जिले के सभी क्षेत्र में बारिश होने से फसलों को नवसंजीवनी मिली. रविवार को दोपहर के समय अच्छी बारिश हुई. 

    सप्ताहभर बाद झमाझम बरसे मेघ

    गत सप्ताहभर से बारिश की प्रतीक्षा कर रहे किसानों की चिंता सोमवार को दूर हुई. सोमवार को सुबह से ही तेज धूप रही. दोपहर के बाद अचानक मौसम में बदलाव होकर आसमान में काले बादलों का डेरा जम गया. देखते ही देखते शाम 4.30 बजे के दौरान बादल बरस पड़े. करीब एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई, जिससे अब फसलों को नवसंजीवनी मिली है.

    24 घंटे में 9.82 फीसदी बारिश

    जिले में गत 24 घंटे में 9.82 फीसदी यानि 78.67 मिमी बारिश दर्ज हुई. इसमें वर्धा तहसील में 12.70 मिमी, सेलू में 9 मिमी, देवली में 28.16 मिमी, हिंगनघाट में 15.03 मिमी, आर्वी में 1.20 मिमी, आष्टी शहीद में 4.33 मिमी, कारंजा घाड़गे में 4.25 मिमी बारिश दर्ज की गई.