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  • खरीप के लिये बैंका का नियोजन, 20 करोड का हुआ वितरण, कोरोना के कारण दिक्कत, लक्ष हासिल करना आवश्यक

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वर्धा. नैसर्गीक आपदाओं का सामना कर रहे किसान फिर नई उम्मीद के साथ खरीप फसल के नियोजन में जुट गए है़ बिज, खाद व अन्य सामुग्री खरीदने के लिये किसान बैंकों से कर्ज के लिये संपर्क कर रहे है. अप्रैल माह से कर्ज वितरण की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है. किसानों के लिये 594 करोड 10 लाख रुपयों का कर्ज वितरीत करने का लक्ष्य निर्धारीत किया गया है़  किंतु अबतक 16 हजार 52 किसानों को केवल 20 करोड 41 लाख रुपयो का कर्ज आवंटित किया गया है. मई माह के दुसरे पखवाडे के बाद कर्ज वितरण की प्रक्रिया गती पकडने के आसार है.

बिते कुछ वर्षा में खेती पर लागत खर्च बढ गया है. बिज, खाद, दवाईयां तथा अन्य जरूरी खेती उपयोगी सामुग्री के दाम दिन ब दिन आसमान छु रहे है़ लेकिन उस तुलना में कृषी उपज को दाम नहीं मिलने के कारण प्रतिवर्ष किसानों को नुकसान उठाना पड रहा है़  गत वर्ष  सोयाबीन, कपास व तुवर की फसल का भारी नुकसान होने के कारण किसानों का गत खर्च भी नही निकला था. जैसे तैसे कर किसानों ने नई फसल के लिये कर्ज मिले इस हेतू बैंक में पुराने कर्ज का भुगतान किया. अनेक किसान अभीतक कर्ज का भुगतान नही कर पाये है. एक माह के बाद बारीश का आगमन होनेवाला है.जिससे किसान नई उम्मीद व आशा के साथ खेती के कार्य में जुट गये है. बीज, खाद व खेती उपयोगी सामुग्री खरेदी करने के लिए रकम जुटाने किसानों की कवायद शुरू हो गई है़ परंतु कोरोना के कारण लगाई गई पाबंदियों के  असर किसानों पर हो रहा है. कर्ज के लिये आवश्यक कागजात समय पर नही मिलने के कारण अनेक किसान बैंक में कर्ज के लिये आवेदन नही कर पा रहे है. सरकार ने बैंकों को कर्ज वितरीत करने के आदेश दिए है.परिणामवश बैकों ने कर्ज वितरण की प्रक्रिया आरंभ की है.  

अबतक 1652 किसानों को मिला कर्ज

सरकार द्वारा जिले के सभी 8 तहसील के किसानों को खरीप नियोजन के लिए 594 करोड 10 लाख रुपयों का कर्ज वितरण का लक्ष्य निर्धारीत किया है़  अप्रैल महिने से किसानों ने कर्ज के लिए आवेदन करना शुरू किया़  लेकिन लक्ष्य में से केवल 20 करोड 41 लाख का ही कर्ज अबतक वितरीत हुआ है़  जिसका लाभ 1652 किसानों को मिला है़  वर्तमान में कर्ज वितरण का प्रतिशत काफी कम होने से आनेवाले दिनों में बैंकों में किसानों की भीड उमडनेवाली है.

केवल 9 बैंकों ने की पहल

जिले में छोटी तथा बडी 28 बैंकों की अनेक शाखाएं कार्यान्वित है़  सभी बैंकों को किसानों के लिए कर्ज उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये है़  बावजूद इसके केवल 9 बैंकों ने ही पहल की है.  अबतक सबसे जादा कर्ज बैंक ऑफ इंडिया द्वारा 1 हजार किसानों को 11 करोड 5 लाख 36 हजार वितरीत किया गया है. जिसके बाद बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने 287 किसानों को 4 करोड 36 लाख 60 हजार, बैंक ऑफ बडोदा ने 95 किसानों को 1 करोड 10 लाख 70 हजार, ग्रामीण बैंक द्वारा 89 किसानों को 1 करोड 20 लाख, सेंट्रल बैंक द्वारा 83 किसानों को 96 लाख, आयसीआयसीआय बैंक ने 61 किसानों को 95 लाख, युनियन बैंक ने 8 किसानों को 12 लाख, युकों बैंक ने 4 किसानों को 5 लाख 71 हजार रुपयों का कर्ज वितरीत किया है़ 

अनेक आवेदन विचाराधिन

कर्ज के लिए किसानों आवेदन किए है़  लेकिन अभी भी उनके कागजातों में बैंक प्रशासन द्वारा त्रृटीयां निकाली जा रही है़.सरकारी कार्यालय से समय पर कागजात नही मिलने के कारण किसानों को कर्ज मिल पाने में दिक्कते जा रही है. बिते वर्ष भी कोरोना के कारण कर्ज वितरण के दौरान किसानों को अनेक दिक्कते आयी थी.इस बार भी वही स्थिती निर्माण हो रही है. परिणामवश प्रशासन ने तुरंत हल निकालकर इन बाधायों को दूर करना आवश्यक है.नही तो अनेक किसानों को समय पर कर्ज नही मिला तो उनके सामने गंभीर संकट निर्माण हो सकता है.