The famous doctor of the country warned the people, 'Corona is just beginning, it will explode in June-July'

  • बाहरी लोगों से बढा खतरा,
  • नर्स के कारण मिला पहला स्थायीक मरीज

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वर्धा. जिले में दिन ब दिन कोरोना का संक्रमण बढता ही जा रहा है. बाहरी जिलो से आनेवाले नागरिकों के कारण जिले की पांच तहसीले बाधित हुई है. जिससे अब प्रशासन के पैरों तले जमीन खिसकती जा रही है. वही वर्धावासियों की चिंता बढ गई है. ज्ञात रहे कि, जिले में संक्रमितों का आंकडा 19 पर पहुंच गया है. गुरुवार को भी सावंगी व आर्वी में दो बाधित पाये गए. जिले में सबसे अधिक मरीज आर्वी तहसील से सामने आ रहे है. लेकिन सभी मरीज मुंबई या पुणे से वहा पहुंचे है. फिलहाल आर्वी तहसील में 6 मरीज है. जिसमें जामखुटा के तीन, हिवरा का एक, आर्वी एक, रोहणा के एक मरीज का समावेश है. हिवरा निवासी बाधित महिला की मौत हुई है.

यह महिला छोड अन्य सभी मरीज मुंबई से आये है. उसी तरह जिले के वर्धा, कारंजा, हिंगनघाट व आष्टी तहसील भी कोरोना से बाधित हुई है. सभी मरीज बाहर से ही आनेवाले. जिसमें आष्टी में मिली युवती मुंबई, कारंजा में मिला मरीज उत्तर का होकर मुंबई से आया था. हिंगनघाट के शिरुड में मिली दम्पति भी पुणे से आयी थी. गुरुवार को आर्वी शहर में मिली महिला अकोला से आयी है. वर्धा तहसील के सावंगी में मिली नर्स मुंबई से आयी है. उसके कारण ननद भी पीडित हुई है. बाहर से आनेवालों के कारण संक्रमितों का सिलसिला शुरु हुआ है. दिन ब दिन बढ रहे मरीजों के कारण प्रशासन के पैरो तले जमीन खिसक गई है. साथ ही वर्धावासियों की चिंता भी बढ गई है.

नर्स के कारण मिला स्थायीक पहला संक्रमित
अब तक जिले में बाधित मिले सभी मरीजों की पार्श्वभूमि बाहरी जिले की है. परंतु मुंबई से सावंगी पहुंची नर्स के कारण अब जिले में पहला संक्रमित पाया गया है. सावंगी निवासी नर्स की ननद के रुप में यह पहला स्थानीय मामला है. जिस कारण अब चिंता गहरी होती जा रही है.

सेलू, समुद्रपुर, देवली में कोरोना को नो एंट्री
जिले के पांच तहसील में कोरोना बाधित मरीज पाए गए है. परंतु सूखद यह है कि, अभी भी जिले की तीन तहसील कोरोना से दूर है. जहां कोरोना को एंट्री नही हुई है. जिसमें सेलू, समुद्रपुर, देवली में फिलहाल कोरोना का एक भी मरीज नही पाया गया है.